हिंदुस्तान की बेटियां क्या कर सकती हैं, अगर इसका प्रमाण देखना हो तो आप 19वें एशियन गेम्स की ओर देख सकते हैं। चीन की धरती पर खेले जा रहे एशियाई खेलों में भारत की बेटियों ने एक बार फिर से परचम लहराया है। इस बार 3 बेटियों की पिस्टल से निकली गोली ने गोल्ड मेडल से देश की झोली भरी है। निशानेबाजी के खेल में भारत का लोहा मनवाया है। मनु, इशा और रिद्म ने मिलकर 25 मीटर दूर से ऐसा निशाना लगाया कि इनके आगे बाकी देशों के शूटर्स टिक ही नहीं पाए। नतीजा ये हुआ कि इन्होंने महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट का गोल्ड अपने नाम कर लिया।
एशियन गेम्स 2023 में भारत को मिला ये चौथा गोल्ड मेडल है। वहीं सिर्फ शूटिंग में भारत के हाथ लगा दूसरा गोल्ड मेडल। इससे पहले भारत ने पुरुषों के 10 मीटर एयर राइफल टीम इवेंट में वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ सोने का तमगा पहना था। बहरहाल, इस बार गोल्ड पर निशाना भारत ने राइफल नहीं बल्कि पिस्टल से लगाया है।
भारत की मनु भाकर, इशा सिंह और रिद्म सांगवान ने मिलकर महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट में 1790 अंक हासिल किए। निशाना लगाकर गोल्डन जीत दर्ज करने वाली भारत की तीनों बेटियों में सबसे ज्यादा 590 अंक मनु भाकर ने हासिल किए। भारत ने इस टीम इवेंट का गोल्ड मेडल जीता तो चीन ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। जबकि साउथ कोरिया ने इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। गोल्ड फतेह की कहानी चौथे दिन यहीं खत्म नहीं हुई। ये आगे भी जारी रही। दिन का दूसरा गोल्ड सिफ्ट कौर ने महिलाओं के 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन के सिंगल इवेंट में जीता। ये कामयाबी उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ हासिल की।
25 मीटर पिस्टल टीम इवेंट और 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में मिली गोल्डन जीत से पहले भारतीय महिलाओं ने शूटिंग के 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में सिल्वर मेडल जीता था। मतलब चौथे दिन के पहला मेडल चांदी के रंग में रंगा रहा तो वहीं दूसरा मेडल उससे भी बेहतर यानी सुनहरे कलर का रहा। भारत के लिए चांदी वाली जीत भी 3 महिला निशानेबाजों ने मिलकर हासिल की थी, जिनमें आशी चौकसे, मानिनी कौशिक और सिफ्ट कौर शामिल रहीं।