नई दिल्ली। भारतीय पुरुष मुक्केबाज विकास कृष्ण (69 किलोग्राम भारवर्ग) और महिला मुक्केबाज पिंकी रानी (51 किलोग्राम भारवर्ग) ने मंगलवार को यहां दक्षिण एशियाई खेलों में अपने-अपने भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किए। इसी के साथ भारत ने इन खेलों में मुक्केबाजी में कुल 12 स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक अपने नाम किए हैं। विकास और रानी के अलावा पुरुषों में स्पर्श कुमार (52 किलोग्राम भारवर्ग), नरेंदर (91 किलोग्राम प्लस) ने भी स्वर्ण पदक अपने नाम किए। महिलाओं के 57 किलोग्राम भारवर्ग में सोनिया लाठेर ने और मंजू बोम्बोरिया ने 64 किलोग्राम भारवर्ग में रजत पदक जीते।
एशियाई खेल-2018 में कांस्य पदक जीतने वाले कृष्णा ने पाकिस्तान के गुल जाएब को 5-0 से मात दे सोने का तमगा हासिल किया। नरेंदर ने नेपाल के आशीष द्विवेदी को 5-0 से हराया। स्पर्श कुमार को पाकिस्तान के सैयद मुहम्मद के सामने थोड़ा पसीना बहाना पड़ा लेकिन वह 4-1 से जीत हासिल करने में सफल रहे। मुक्केबाजी स्पर्धाओं के आखिरी दिन भारत के लिए ओर से सिर्फ वरिंदर सिंह ही रहे जिन्हें फाइनल में हार मिली। 60 किलोग्राम भारवर्ग में उन्हें नेपाल के सनिल साही ने 3-2 से हराया। महिला वर्ग में सोनिया को फाइनल में श्रीलंका की क्रिस्मी अयोमा ने 5-0 से हरा रजत पदक तक सीमित कर दिया। पिंकी ने नेपाल की राय मारा को 3-2 से तो वहीं मंजू ने नेपाल की ही पूनम रावल को इसी स्कोर से मात दी।