इंग्लैंड क्रिकेट में एक हफ्ते के अंदर ही दो दिग्गज खिलाड़ियों ने संन्यास का ऐलान कर सबको चौंका दिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज के आखिरी टेस्ट के साथ ही इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाजों में से एक स्टुअर्ट ब्रॉड ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। ब्रॉड के ऐलान के 6 दिनों के अंदर इंग्लैंड के विस्फोटक बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। हेल्स का आखिरी मैच पिछले साल के टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल था। हेल्स ने इंग्लैंड को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसमें भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में विस्फोटक पारी भी बेहद खास थी।
धमाकेदार बैटिंग और विवादों के साथ नाता रखने वाले 34 साल के हेल्स ने शुक्रवार 4 अगस्त को एक बयान जारी कर संन्यास का ऐलान किया। हेल्स ने तीनों फॉर्मेट में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया और इंग्लैंड के लिए 156 मैचों में उतरने को अपने लिए सबसे बड़ा सम्मान माना। साथ ही हेल्स ने इस बात की भी खुशी जताई कि इंग्लैंड के लिए उनका आखिरी मैच टी20 वर्ल्ड कप 2022 का फाइनल था, जहां इंग्लैंड ने पाकिस्तान को हराकर दूसरी बार खिताब जीता था।
2019 वर्ल्ड कप से ठीक पहले रिक्रिएशनल ड्रग लेने के कारण इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। इसके कारण वो घर पर ही वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए थे। करीब चार साल तक वो टीम से बाहर रहे लेकिन पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले हेल्स की टीम में वापसी हुई थी और उन्होंने निराश नहीं किया। हेल्स ने टूर्नामेंट की 6 पारियों में 212 रन बनाए थे, जिसमें दो अर्धशतक शामिल थे। इसमें भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में 86 रनों की नाबाद पारी उनका सबसे बड़ा स्कोर था, जिसके दम पर इंग्लैंड ने 10 विकेट से जीत दर्ज की थी।
हेल्स ने 2011 में टी20 क्रिकेट से इंग्लैंड के लिए अपना करियर शुरू किया था और ताबड़तोड़ बैटिंग से खास पहचान बनाई थी। फिर 2014 में वनडे और 2015 में टेस्ट डेब्यू भी किया। टेस्ट क्रिकेट में तो उनके आक्रामक तेवर सफल नहीं हुए, लेकिन व्हाइल बॉल क्रिकेट में उन्होंने अपना जलवा दिखाया। उन्होंने 2019 में इंग्लैंड के लिए अपना आखिरी वनडे खेला था। कुल मिलाकर हेल्स ने 11 टेस्ट, 70 वनडे और 75 टी20 इंटरनेशनल खेले, जिसमें 573 रन, 2419 रन और 2074 रन उनके बल्ले से निकले। उन्होंने कुल 7 शतक वनडे और टी20 में लगाए।