मॉस्को। रूस ने कहा है कि वह सीरिया के आंतरिक मामलों में किसी भी तरह के विदेशी हस्तक्षेप का स्पष्ट रूप से विरोध करता है। रूस के ऊपरी सदन की प्रतिरक्षा एवं रक्षा समिति के सदस्य फ्रैंट्स क्लिंटसोविच ने उत्तरी सीरिया में सैन्य अभियान की तुर्की की योजना और इस पर तुर्की की अर्थव्यस्था को बर्बाद करने संबंधी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के संदर्भ में सोमवार को यह प्रतिक्रिया दी है। सोमवार को ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर तुर्की उत्तरी सीरिया में सैन्य अभियान करने की अपनी योजना के दायरे से बाहर जाकर कुछ भी करता है तो तुर्की की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी। क्लिंटसोविच ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘सीरिया में तुर्की की संभावित कार्रवाई और इस मामले में अमेरिकी प्रतिक्रिया इस देश में शांति पक्रिया को अनिवार्य रूप से जटिल बना देगा। मैं सिर्फ इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि रूस सीरिया के आंतरिक मामलों में किसी भी तरह के विदेशी हस्तक्षेप का स्पष्ट रूप से विरोध करता है।
’’ तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन ने शनिवार को कहा था कि तुर्की आने वाले दिनों में उत्तरी सीरिया में एक सैन्य अभियान शुरू करने की योजना बना रहा है। इस अभियान का मकसद तुर्की से लगी सीरियाई सीमा से कुर्द लड़ाकों का सफाया करना और वहां एक सुरक्षित क्षेत्र स्थापित कर सीरियाई शरणार्थियों को बसाना है। इसके बाद व्हाइट हाउस ने रविवार को कहा था कि उत्तरी सीरिया में तुर्की के सैन्य अभियान का अमेरिकी सेना समर्थन नहीं करेगी। गौरतलब है कि अमेरिका ने आतंकवादी स्मूह इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई में कुर्द लड़ाकों का सहयोगी के रूप में समर्थन किया था जबकि तुर्की उन्हें गैरकानूनी घोषित किये गये कुर्दिस्तान वकर्स पार्टी (पीकेके) का विस्तार मानता है। तुर्की पीकेके को आतंकवादी संगठन मानता है।