नई दिल्ली। वैश्विक उथल-पुथल के बीच दुनिया के कई मोर्चों पर जंग लड़ी जा रही हैं। मिडिल ईस्ट में स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी हुई है। ऐसे में इराक से सीरिया में अमेरिकी सैन्यअड्डे पर रॉकेट दागे गए हैं। ये हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब एक दिन पहले ही इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी अमेरिका के दौरे से स्वदेश लौटे हैं। उन्होंने इस दौरे पर व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की थी।
सूत्रों के मुताबिक, सीरिया की सीमा से सटे इराक के शहर जुम्मार में एक छोटे ट्रक पर एक रॉकेट लॉन्चर को तैनात किया गया और उसी से अमेरिकी सैन्यअड्डे को निशाना बनाकर पांच रॉकेट दागे गए। इस दौरान जिस ट्रक पर रॉकेट लॉन्चर रखा हुआ था। उसमें विस्फोट हो गया। कहा जा रहा है कि ट्रक को निशाना बनाकर एयरस्ट्राइक की गई थी, जिसमें अमेरिकी युद्धविमान के शामिल होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
एक सैन्य अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि हम इसकी पुष्टि नहीं कर सकते कि अमेरिकी एयरस्ट्राइक की वजह से ट्रक में विस्फोट हुआ। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में इराकी सुरक्षाबल तैनात हैं, जिन्होंने मामले में दोषियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
कहा जा रहा है कि इराक की सीमा से अमेरिकी सैन्यअड्डे पर रॉकेट दागने के बाद हमलावर किसी अन्य वाहन से फरार हो गए थे। ये हमला इराक के आतंकी समूह ने किया। इस समूह का कहना है कि वह सीरिया में अमेरिकी सैन्यबेस पर इसी तरह के हमले करना जारी रखेगा। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के निदेशक रमी अब्देल रहमान ने कहा कि इराक की सीमा से सीरिया में अमेरिकी सैन्यबेस पर कई रॉकेट दागे गए हैं।
एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि बमबारी की चपेट में आए ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है। शुरुआती जांच से पता चला है कि इसे एयरस्ट्राइक में ही नष्ट किया गया। बता दें कि इससे पहले शनिवार तड़के एक मिलिट्री बेस पर विस्फोट हुआ था, जिसमें एक इराकी सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई थी। बता दें कि इससे पहले इजरायल ने ईरान के हमले के ठीक एक हफ्ते बाद 19 अप्रैल को काउंटर अटैक किया था। इजरायल ने ईरान के कई शहरों में मिसाइलें दागी थीं। हालांकि, ईरान ने किसी तरह के हमले से इनकार किया था।