लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को डबलिन में आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वाराडकर से मुलाकात कर ब्रेक्जिट समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। जॉनसन ने देश में 15 अक्टूबर को चुनाव कराने के लिए संसद में दूसरी बार प्रस्ताव पेश किया और सांसदों से इसके पक्ष में मतदान करने की अपील की। जॉनसन ने जुलाई में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद पहली बार वाराडकर से मुलाकात की। जॉनसन ने आयरलैंड के प्रधानमंत्री को बताया कि अगले माह यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन की होने वाली बैठक में एक समझौता हो सकता है। जॉनसन ने कहा कि वह यूरोपीय संघ से ब्रेक्जिट की समय सीमा बढ़ाने के लिए नहीं कहेंगे, लेकिन आयरलैंड की सरकार ने कहा कि वह इसे बढ़ाने के लिए कहेगी। जॉनसन ने अपनी ब्रेक्जिट नीति पर अडिग रहने का संकल्प लेते हुए कहा है कि यूरोपीय संघ से ब्रेक्जिट की समय सीमा को 31 अक्टूबर से आगे बढ़ाने की बजाए वह खाई में गिरकर मरना पसंद करेंगे।
बिना किसी समझौते की अपनी ब्रेक्जिट नीति पर कायम हैं और इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन लेबर पार्टी ने कहा है कि बिना किसी समझौते वाली ब्रेक्जिट नीति को रोकना ही उनकी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री के छोटे भाई जो जॉनसन ने अपने एक बयान में कहा कि वह एक मंत्री और सांसद के रूप में इस्तीफा दे रहे हैं। ब्रिटेन के सांसदों ने गत बुधवार को प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया जिसमें 15 अक्टूबर को देश में आम चुनाव कराने की मांग की गई थी। इससे पहले पिछले मंगलवार को ही ब्रिटेन की संसद में श्री जॉनसन की ब्रेक्जिट नीति (ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर होने की प्रक्रिया) को उस समय तगड़ा झटका लगा जब सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के बागी सांसदों ने विपक्षी सांसदों के साथ मिलकर सरकार को संसद में पराजित कर दिया। गौरतलब है कि जॉनसन ने अपने एक बयान में कहा था कि किसी भी परिस्थिति में 31 अक्टूबर तक ब्रिटेन बिना किसी समझौते के यूरोपीय संघ से अलग हो जाएगा।