भोपाल। पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल, जबलपुर और कोटा मंडल में रेलवे प्रबंधन की कमियां उजागर हो रही है। बीते तीन महीने के अंदर चार ट्रेनों के पटरी से उतरने की घटनाएं सामने आ चुकी है, बावजूद इसके रेलवे प्रबंधन सतर्क नहीं हुआ है। वहीं भोपाल मंडल में दो ट्रेनों के इंजन फेल होने की घटनाएं हो चुकी है। सोमवार को मिसरोद और मंडीदीप रेलवे स्टेशन के बीच दोपहर 12:30 बजे 50 की गति से जा रही मालगाड़ी के पटरी से उतर जाने की घटना सामने आयी है। इस दौरान मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी उतरे है। यह मालगाड़ी फरुख नगर रेलवे स्टेशन से बेंगलुरु जा रही थी।
मालगाड़ी में चार पहिया वाहन व दो पहिया वाहन व अन्य सामान ले जाया जा रहा था। पटरी से उतरने के बाद तत्काल ट्रेन के लोको पायलट ने इसकी सूचना वाकी-टाकी से स्टेशन मास्टर और कंट्रोल रूम को दी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि मालगाड़ी के पहिए उतरने की वजह साफ नहीं हुई है, लेकिन भोपाल की एक टीम काम में जुटी हुई है। पहियों को ट्रैक पर लाने में समय लग सकता है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मालगाड़ी पटरी से उतरने के बाद भोपाल-इटारसी रूट पर जाने वाली ट्रेनों के संचालन में कोई भी परेशानी नहीं हो रही है। ट्रेनों को तीसरी लाइन के माध्यम से निकाला जा रहा है। साथ ही ट्रेनों को समय पर संचालित किया जा रहा है, जिससे रेल यातायात प्रभावित न हो। ट्रेन के पहियों को वापस ट्रैक पर लाने में समय लग जाएगा। वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में काम चल रहा है।