छत्तीसगढ़ में पहला आईआईटी (IIT) लगभग बनकर तैयार है। ये आईआईटी भिलाई (Bhilai) में बना है। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) इस आईआईटी का उद्घाटन बहुत जल्द कर सकते हैं। इसको लेकर आईआईटी प्रबंधन तैयारियों में जुट गया है। आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ का पहला आईआईटी भिलाई में बनकर लगभग तैयार हो चुका है।
राजीव प्रकाश ने बताया कि इसका उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त के पहले सप्ताह में कर सकते हैं। राजीव प्रकाश ने बताया कि हम उद्घाटन की तैयारियों में जुट गए है। हालांकि की अभी प्रधानमंत्री की भिलाई आने के तारीख और दिन तय नहीं हुआ है, लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि 30 जुलाई के बाद पीएम कभी भी भिलाई आ सकते हैं।
राजीव प्रकाश ने भिलाई में शुरू होने वाले आईआईटी के बारे में बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य बहुत सुंदर राज्य है। यहां प्राकृतिक सौंदर्य भी है। यहां के लोग भी बहुत अच्छे हैं। किसी भी तरह का कोई भय नहीं है। साथ ही शांतिप्रिय राज्य होने के कारण हम कह सकते हैं कि यहां जो स्टूडेंट पढ़ने आएंगे, वो बहुत खुश होंगे और उन्हें बहुत अच्छा लगेगा। प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने आगें कहा कि भिलाई एक एजुकेशन हब है। यहां के छात्र-छात्राएं सैकड़ों की संख्या में कठिन परीक्षा को पास करते हैं।
उन्होंने कहा कि यहां के छात्र-छात्राएं हर साल नीट और जेईई की परीक्षा पास करते हैं। यहां पढ़ने और पढ़ाने का अच्छा माहौल भी है। यहां पर इंडस्ट्रीज हैं। ये बात इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छी है। इसके चलते इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स क्लास में ही नहीं इन इंडस्ट्रीज में भी जाकर प्रैक्टिकल नॉलेज ले सकेंगे। आईआईटी में पढ़ने आने वाले छात्रों को इसका फायदा भी मिलेगा। प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने बताया कि भिलाई आईआईटी में अब तक 12 सौ से ज्यादा स्टूडेंट्स आ चुके हैं। इसमें ज्यादातर स्टूडेंट्स देश के ही हैं। हम विदेशी छात्र-छात्राओं को भी लाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम यहां विदेशी छात्रों को एमटेक और पीएचडी के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। आईआईटी में आने वाले समय में स्टूडेंट्स की संख्या के साथ- साथ विदेशी छात्रों की संख्या भी बढ़ सकती है। आईआईटी के डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने कहा कि हम 15 जुलाई तक आईआईटी में पूरी तैयारी कर लेंगे। आईआईटी का काम लगभग पूरा हो चुका है। कुछ काम बचे हैं, जिन्हें जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।