लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने होमगार्ड को वेतन देने के मामले में हुये घोटाले के मामले में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में भविष्य निधि घोटाले के बाद अब होमगार्ड के जवानों की फर्जी ड्यूटी दिखाकर वेतन हड़पने का फर्जीवाड़ा सामने आया है। गौतमबुद्धनगर जिले में दो महीने की जांच में इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। इस घोटाले की जांच के लिए सरकार ने तीन सदस्यीय गठित समिति से दस दिन में रिपोर्ट मांगी है। समिति में महानकदेशक होमगार्ड सुनील कुमार,मिर्जापुर के जिला कमांडेंट शैलेन्द्र प्रताप सिंह और बागपत की कमांडेंट नीता भारती को रखा गया है।
समिति जांच के लिए नोएडा पहुंच गई है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने गौतमबुद्धनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव को प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये हैं। होमगार्ड विभाग के प्रमुख सचिव अनिल कुमार का कहना है कि अभी नोएडा में इस तरह की गड़बड़ी की सूचना मिली है। हो सकता है कि अन्य जिलों में भी इस तरह के मामले हों, जरूरत पड़ने पर अन्य जिलों की भी जांच कराई जाएगी। नोयडा के सात थानों में पिछले मई जून में होमगार्ड की डयूटी दिखाकर 8 लाख रूपये का भुगतान ले लिया गया ।