चंडीगढ़। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम की गिरफ्तारी को लेकर आज अपनी प्रतिक्रिया में कहा ‘‘बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी‘‘। विज ने कहा कि चिदम्बरम बड़ी बड़ी बातें करते हैं। यह महाबुद्धिमान लीडर सभी को उपदेश देते है लेकिन उन्होंने स्वयं कानून का सम्मान नहीं किया। अच्छा तो यह होता जैसे ही अदालत से उनकी जमानत नमंजूर की वह स्वयं सीबीआई के समक्ष आत्मसमर्पण कर देते। उन्होंने कहा कि वह पहले कई घंटों तक छिपे रहे फिर सामने आए और घर में घुस गए और सीबीआई गिरफ्तार करने गई तो दरवाजा नही खोला। शालीनता तो इसमें थी कि चिदम्बरम गेट खोलते और उनके साथ चल पड़ते, लेकिन सीबीआई को दीवार फांद कर उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा।
विज ने कहा कि केंद्र में अनेक बड़े औहदों पर रह चुके चिदम्बरम को यह शोभा नहीं देता। उन्हें कानून का सम्मान करना चाहिए था। प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी द्वारा चिदम्बरम की गिरफ्तारी पर सरकार को घेरने पर विज ने कहा कि जब अदालत ने कह दिया कि सारे भ्रष्टाचार के ‘‘किंगपिन‘‘ है यानी सारे भ्रष्टाचार में इनकी अहम भूमिका है तो अदालत से जमानत रद्द होते ही वह सीबीआई दफ्तर चले जाते। उन्होंने कहा कि प्रियंका और राहुल को इसमें बोलने का क्या अधिकार है। कांग्रेस के इन दोनों नेताओं द्वारा सीबीआई समेत अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरूप्रयोग के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने इस मामले में कुछ नहीं किया है। यह तो अदालत का फैसला है।