सांगली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कोल्हापुर और सांगली के बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करते हुए आज यहां कहा कि दोनों जिलों में बाढ़ की स्थिति बहुत खराब थी लेकिन अब इससे उत्पन्न स्थिति नियंत्रण में है और किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है, राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी। फडनवीस दो दिन में आज दूसरी बार सांगली में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए आये थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि दोनों जिलों में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि बाढ़ से परेशान लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार का बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
उन्होंने विपक्षी दलों को आपदा की स्थिति में राजनीति नहीं करने की सलाह देते हुए कहा कि प्रभावित लोगों को मिल कर मदद करने का समय है। फडनवीस ने कहा कि सांगली और कोल्हापुर में पिछले एक सप्ताह में अतिवृष्टि के कारण बाढ़ जैसी स्थिति हो गयी। वर्ष 2005 में सांगली में 31 दिन के अंदर 297 प्रतिशत बारिश हुयी थी जबकि पिछले नौ दिन में कुल 757 प्रतिशत बारिश हुयी। कोल्हापुर मे वर्ष 2005 में 31 दिन में 159 प्रतिशत और पिछले नौ दिन में 480 प्रतिशत बारिश हुयी। पिछले नौ दिनों में कोयना सिंचाई बांध में 50 टीएमसी जल भंडारण हुआ। कोयना बांध, पंचगंगा और कृष्णा नदी से पानी छोड़े जाने के कारण दोनों जिला में बाढ़ की स्थिति हो गयी। फडनवीस ने सांगली जिला में एक स्थाई जिला आपदा प्रबंधन केन्द्र की रूपरेखा तैयार करने का आदेश दिया।