एसिडिटी होने के बहुत से कारण हो सकते है। कई बार यह एसिड पेट में आवश्यकता से अधिक मात्रा में बन जाता है जिसके परिणाम स्वरूप सीने व पेट में जलन, पेट का फूलना, खट्टी डकारें, खाने में अरुचि, उल्टी जैसी समस्या हो जाती है। हमारी जीवन शैली ऐसी हो गई है की इसमें मसालेदार भोजन करना, शराब पीना और बहुत सी ऐसी आदतों की वजह से यह समस्या हो सकती है लेकिन अगर एसिडिटी लगातार बनी रहती है तो इससे आपको भयंकर बीमारियाँ भी हो सकती है। इसलिए इस पर ध्यान ज़रुर दे। अगर एसिडिटी लगातार बनी रहती है तो आपको ब्लडप्रेशर या शुगर भी हो सकती है।
दूर करने के आसान उपाय
गैप लेकर खाएं – पेटभर खाने की बजाय दिन में 4 से 6 बार कई हिस्सों में खाना खाएं।
खाने के तुरंत बाद पानी न पिएं – खाना खाने के तुरंत बाद पानी न पीकर आधे से एक घंटे के बाद एक गिलास पानी पिएं।
सुबह उठते ही पानी पिएं – सुबह जल्दी उठकर एक गिलास पानी पीने से पेट में रात में बना एसिड साफ़ होता हैं।
पर्याप्त नींद लें – रात को कम से कम 7 या 8 घंटे की नींद जरूर लें। इससे डाइजेशन सही रहता है जिससे एसिडिटी कंट्रोल रहती है।
मसालेदार खाना अवॉयड करें – ज्यादा मिर्च-मसालेदार खाना अवॉइड करें। ज्यादा मसालेदार खाने से बॉडी में एसिड की मात्रा बढ़ती है।
दवाइयां खाली पेट ना लें – कुछ दवाइयां एसिडिटी की वजह बन जाती हैं। इन्हें खाली पेट न लें।
वजन कंट्रोल करें – वजन बढ़ने के कारण डाइजेशन खराब होता है। इसलिए एक्सरसाइज या योगा की मदद से जल्द से जल्द वजन कंट्रोल करें।