नाइजीरिया के ज़म्फारा राज्य की सरकार ने एक घोषणा कि है जिसके तहत कोई डकैत अपने आपराधिक जीवन को त्याग कर अपनी AK-47 के साथ आत्मसमर्ण करता है को उसे प्रत्येक एके -47 बंदूक के बदले दो गायों दी जाएंगी। राज्य के गवर्नर बेल्लो माटावले के अनुसार, इस कदम का मकसद डकैतों को उनके आपराधिक जीवन को छोड़ने और कानून का पालन करने वाले नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना है।
बीसीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, गवर्नर मटावाल्ले ने एक बयान में कहा,”पश्चाताप करने वाले इन डकैतों ने पहले अपनी गायों के बदले बंदूकें खरीदीं लेकिन अब ये अपराध से मुक्त होना चाहते हैं। हम उनसे अपील कर रहे हैं कि हमें AK-47 राइफल लाकर दो और बदले में दो गायें ले जाओ। हमें उम्मीद है कि ये योजना उनको सशक्त और प्रोत्साहित करेगी।”
नाइजीरिया में उत्तर, उत्तर-पश्चिमी और मध्य क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर, डकैतों और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों ने काफी उत्पाद मचा रखा है. ये बाइक सवाल होते हैं जिनके पास एक-47 जैसा खतरनाक हथियार होता है। ये लोग अपहरण जैसे वारदातों को बड़े ही आसान तरीके से अंजाम देते हैं। इन डकैतों से नाइजीरिया के कडुना, कटसीना, नाइजर और सोकोतो राज्य भी प्रभावित हैं। बेल्लो माटावले के वादा किया है कि वो बंदूकधारी के उन शिविरों को भी तवाह कर देंगे जो जंगलों में बने हुए हैं।
बीबीसी के अनुसार, उत्तरी नाइजीरिया में एक औसत गाय की कीमत लगभग 100,000 नायरा ($ 260) है, जबकि काले बाजार में एक एके -47 की लागत 500,000 नायरा (1,200 डॉलर) हो सकती है। फुलानी चरवाहा समुदाय, मुख्य रूप से जो गायों को बहुत कीमती मानता है, उन पर स्थानीय और सीमा पार सशस्त्र डकैती और पशु-सरगर्मी के पीछे होने का संदेह है। ये लोग लगातार इन आरोपों को खारिज करते रहे हैं। साल 2012 की रिपोर्ट के अनुसार जमफारा की जनसंख्या करीब 45 लाख है और राज्य की साक्षरता दर 54.7 फीसदी है। इस राज्य के लोग कृषी को काफी महत्व देते हैं और उनका नारा है कृषि हमारा गौरव है। इस राज्य में रहने हौजा और फुलानी समुदाय रहते हैं।