मुंबई। मृत्यु के बाद अंतिम संस्कान लाजिमी है लेकिन यहां एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक मजबूर पति अपनी जिंदा पत्नी का अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहा है। पत्नी का नाम वंदना जबकि पति का नाम अतुल श्रीवास्तव है। अतुल अपनी पत्नी की अंतिम इच्छा भी पूरी नहीं कर पा रहे। बिहार के अतुल श्रीवास्तव अपनी पत्नी बंदना और उनकी छोटी बहन के साथ मुंबई के परेल में हैं। 35 वर्षीय बंदना काफी समय से किडनी कैंसर से पीडि़त है।
अतुल उन्हें लेकर 9 मार्च को मुंबई आ गए। परेल के केईएम अस्पताल में बंदना का इलाज शुरू हुआ, ऐसे में पत्नी को रोजाना डॉक्टर को दिखाने के लिए अतुल ने अस्पताल के पास में ही एक कमरा किराये पर ले लिया। अभी पत्नी का इलाज चल ही रहा था कि कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी। देशभर में लॉकडाउन घोषित हो गया। इस बीच अतुल की स्थिति ऐसी नहीं रही कि वो वापस बंदना को लेकर अपने घर बिहार आ सकें।
अतुल के पास अब महज तीन हजार रुपये बच्चे हैं, जबकि परेल से पत्नी को एंबुलेंस में बिहार ले जाने के लिए करीब 70 हजार रुपये की जरूरत है। अतुल की मानें तो उनके पास इतने पैसे नहीं हैं, इसलिए वो बिहार जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। यही नहीं हालात की गंभीरता को देखते हुए अब उन्होंने खुद को कमरे में कैद कर लिया और अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी है। वंदना का खाना पीना तक छूट चुका है। बस एक अंतिम इच्छा की वो अपने बच्चे को आखिरी बार देख सकें। इधर मुंबई में इलाज कर रहे डॉक्टर ने भी अतुल को कह दिया कि उनकी पत्नी के पास ज्यादा वक्त नहीं बचा है।