लॉकडाउन की वजह से भले ही कोरोना से लड़ने में मदद मिली हो लेकिन इसकी वजह से गरीब व प्रवासी मजदूरों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। देशभर से ऐसी तस्वीरें भी सामने आ रही है जो हर किसी को हौंसले से भर जाती है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला के हाथ में ट्रॉली बैग था तो दूसरे हाथ में 9 महीने का मासूम बेटा। यह वीडियो इंदौर में एक संस्था के सदस्य ने कुछ दिन पहले बनाया था जब वह इंदौर बायपास पर लोगों को पानी पिला रहे थे। वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे एक मां तपती धूप में सूरत से एक हजार किलो तक पैदल चलकर इंदौर आई थी।
उसके पास न तो पैसे थे और न मासूम के दूध के लिए कोई व्यवस्था। महिला के एक हाथ में ट्रॉली बैग तो दूसरे हाथ में एक छोटा सा मासूम बेटा था। एम फॉर सेवा ऑल इंडिया मूमेंट सेवा समिति के लोगों की नजर जह उस महिला पर पड़ी तो उन्होंने उस खाना मुहैया करवाया। वीडियो बनाने वाले अजय गुप्ता ने बताया कि करीब 8-9 दिन पुरानी बात है जब वो दोपहर के करीब 3 बजे मजदूरों को पानी पिला रहे थे। तभी उन्होंने रोड पर एक महिला को देखा, जिसके के हाथ में सूटकेस तो दूसरे में बच्चा था। वह अपने मासूम बेटे को लेकर तपती धूप में चल रही थी। वह सूरत से आई थी और प्रयागराज जा रही थी। उस महिला का नाम मधु और उसके पति का नाम दिनेश है। उसे पुलिस की मदद से कानपुर तक भिजवाया गया।