दूल्हा लक्समबर्ग में तो दुल्हन पेरिस में और माता-पिता जयपुर और जोधपुर वहीं पंडित बांसवाड़ा में और शादी की रस्मे जूम ऐप पर हुई पूरी। यह सब पढ़कर एक बारगी शायद आप विश्वास न कर पाएं, लेकिन कोरोना का संकट और टेक्नोलॉजी के जमाने यह भी संभव हो सका। ऐसी ही एक शादी गुरुवार को जयपुर में हुई। कोरोना संकट के चलते सब लॉकडाउन हो गए इसके बावजूद जोड़े ने वीडियो कॉल के जरिए शादी की। यह परिवार राजस्थान से जुड़ा हुआ है। चूंकि घर वाले शादी में शामिल नहीं हो सकते थे। इसके लिए दूल्हे के घरवाले अपने जयपुर स्थित घर से वीडियो कॉल में जुड़े और दुल्हन के परिवार के सदस्य जोधपुर से ऑनलाइन सामोराह में शामिल हुए। यही नहीं बांसवाड़ा निवासी पंडित मनोज जोशी ने बांसवाड़ा में रहकर शादी की रस्में पूरी कराई। यानी कि हर कोई अपने-अपने घर में था, इसके बावजूद वीडियो कॉल के जरिए पूरी शादी की रस्में निभाई गई।
दुल्हन के पिता वीरेन्द्र सिंह सिसोदिया ने कहा, "मैं पिछले 10 वर्षों से सऊदी अरब में रहने वाला एक एनआरआई हूं। मैं अपनी बेटी की शादी के लिए 15 मार्च को भारत आया था, जो 16 अप्रैल को होने वाली थी, लेकिन तब लॉकडाउन लगा दिया गया था। मेरी बेटी और दामाद भारत नहीं आ सके। हमने शादी के कार्ड बांटे थे और साथ ही इस कार्यक्रम के लिए स्थल भी बुक कर दिया था। मगर जब लॉकडाउन लगा तो हम चाहते थे कि शादी को उचित सामाजिक दूरी के साथ किया जाए, इसलिए हमने विकल्पों की तलाश शुरू की और फिर फैसला किया कि हमें टेक्नोलॉजी का उपयोग करना चाहिए।' यह शादी जूम एप के जरिए संपन्न हुई। शादी में शामिल होने और जोड़े को आशीर्वाद देने के लिए जयपुर, जोधपुर, जम्मू और बांसवाड़ा सहित विभिन्न शहरों से परिवार के सदस्य वीडियो कॉल के जरिए जुड़े।