पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के गिरफ्त में हैं। विश्वभर में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या 19,246 हो गई है। दुनिया में 181 देशों में 427,940 मामले दर्ज किए गए हैं। हर देश की सरकार अपनी आवाम से घरों में रहने के लिए कह रही है मगर सेल्फ आइसोलेशन कुछ लोगों के लिए भयानक भी साबित होता है।
कोरोना के इसी आइसोलेशन के भय से एक लड़की ने आत्महत्या करने की कोशिश में ख़ुद की जान ले ली। 19 वर्षीय वेट्रेस एमिली ओवेन को आइसोलेशन के भय ने इस कदर जकड़ लिया जिसकी वजह से उसका मेंटल हेल्थ डिस्टर्ब हो गया और उसने आत्महत्या करने की कोशिश की। इस कोशिश के बादओवेन का रविवार को अस्पताल में निधन हो गया।
ओवेन ने रिश्तेदारों को पहले चेतावनी दी थी कि वह वैश्विक महामारी के दौरान अपनी दुनिया को एक जगह बंद करने, योजनाओं को रद्द करने, सेल्फ आइसोलेशन से निपटने में असमर्थ है। ओवेन ने 12 साल की उम्र में ही ख़ुद को ‘ऑर्गन डोनर’ के रूप में रजिस्टर किया था जिसकी वजह से मृत्यु के बाद उसके अंग को दान किया जाने का फैसला लिया गया. इस मुश्किल वक़्त में डिप्रेशन, चिंता से जूझने वाले लोगों को हिम्मत रखने की ज़रुरत है। ओवेन के जैसी कई कहानियां पहले भी घटी है मगर अब इससे उभरने की सख़्त ज़रुरत है।