नई दिल्ली। पाकिस्तान में आम चुनाव संपन्न हो गए हैं। यहां पर किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता दिख रहा है। देश की मुख्य पार्टियां अपनी अपनी जीत का दावा कर रही हैं। नवाज शरीफ का कहना है कि जनता ने उन्हें चुना है। वहीं पीटीआई समर्थकों का दावा है कि बहुमत तो उनके पास है। इस बीच पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल मुनीर का कहना है कि नेताओं को स्वार्थ से आगे जाकर सोचना चाहिए। आपको बता दें कि अभी तक पूरे नतीजे सामने नहीं आए हैं। नवाज शरीफ ने पीएमएल-एन के जीत का दावा करते हुए कहा कि वह गंठबंधन की सरकार बनाने को तैयार हैं।
वहीं इमरान की पार्टी पीटीआई का दावा है कि उन्हें दो तिहाई बहुमत मिलने वाला है। भ्रष्टाचार के मामले में सजा होने के बाद इमरान खान पर पाबंदी लगाई गई है। इसके साथ उनकी पार्टी का नाम और निशान को भी जब्त कर लिया है। इसके बाद इमारान खान के समर्थकों ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर यह चुनाव लड़ा है। सभी का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
पाकिस्तानी मीडिया में सेना प्रमुख का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि एक संगठित सरकार से देश की विविधिता और नम्रता का पता चलेगा। उन्होंने कहा कि अगर देश हित में सभी लोकतांत्रिक दल एक साथ आते हैं तो इससे देश के लिए बेहतर संदेश जाएगा। सूत्रों के अनुसार, सेना चाहती है कि नवाज शरीफ पीएम बनें। वहीं दूसरी ओर पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो नवाज शरीफ को पसंद नहीं करते हैं। ऐसे में गठबंधन को लेकर पेच फंस सकता है। वहीं पीएमएल-एन के पास केवल पीपीपी से गठबंधन करने का ही विकल्प मौजूद है। ऐसे में सेना प्रमुख ने स्वार्थ से आगे जाकर कदम उठाने को कहा है।
पाकिस्तान में सैन्य शासन कई बार रहा है। सेना ने तख्तापलट भी किया है। ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि अगर सेना की पसंद का पीएम नहीं बनता है तो बड़ा उलटफेर हो सकता है। वहीं जनता की बात की जाए तो वह सेना दखल नहीं चाहती है। जनता ने इमरान खान के निर्दलीय उम्मीदवारों को खूब समर्थन दिया है। ऐसे में वह जेल में रहकर शरीफ को खेल बिगाड़ सकते हैं।