इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एक एंटी टेररिज्म कोर्ट ने पिछले साल मई में सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों से संबंधित 12 मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी को जमानत दे दी। यह फैसला तब आया है, जब पाकिस्तान चुनाव नतीजों में इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं। हालांकि, नवाज शरीफ की पीएमएल-एन सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पाकिस्तान चुनाव आयोग के अनुसार, 15 सीटों पर अब भी नीतजे घोषित नहीं हो सके हैं। बता दें कि पाकिस्तान में 265 सीटों के लिए 8 फरवरी को मतदान हुए थे।
अब तक 250 सीटों के जो नतीजे सामने आए हैं, उनमें 99 पर पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। पीएमएल-एन ने 71 और पीपीपी ने 53 सीटें और एमक्यूएम ने 17 सीटें जीत हैं, जबकि 10 सीटों पर अन्य ने जीत दर्ज की है। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव के नतीजों में देरी को लेकर पीटीआई कार्यकर्ताओं ने पेशावर और क्वेटा में विरोध प्रदर्शन किया। आम चुनावों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) से संबद्ध स्वतंत्र उम्मीदवारों की बड़ी संख्या में जीत के बाद, पूर्व सत्तारूढ़ दल ने अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन बनाने पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई है।
रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई के अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर खान, असद कैसर, अली मुहम्मद खान और अन्य लोग बैठक में भाग लेंगे, जिसमें नई केंद्रीय और प्रांतीय सरकारों के गठन पर चर्चा होगी। इससे पहले पीपीपी सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने शुक्रवार रात लाहौर में एक बैठक की। यह बैठक नवाज द्वारा गुरुवार को हुए आम चुनावों में जीत का दावा करने और अपने सहयोगियों को गठबंधन सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के तुरंत बाद हुई।