नई दिल्ली। पाकिस्तान की वित्तीय राजधानी कराची में शनिवार को सीवेज लाइन में गैस जमा होने के कारण जोरदार धमाका हुआ। इस भीषण विस्फोट में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई। वहीं 15 लोग घायल हो गए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कराची के शेरशाह इलाके में बंद सीवर में गैस विस्फोट की वजह से एचबीएल बैंक की इमारत ध्वस्त हो गई। धमाके की चपेट में आने वाले अधिकतर एचबीएल बैंक के ग्राहक और कर्मचारी हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,सिंध प्रांत के गृह विभाग के सचिव काजी शाहिद परवेज ने पुष्टि की कि विस्फोट में 16 लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं 15 अन्य घायल हो गए। मरने वालों में सत्ताधारी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सदस्य आलमगीर खान के पिता भी थे। पुलिस के अनुसार विस्फोट एक निजी बैंक के नीचे स्थित एक नाले हुआ था। इमारत परिसर को खाली करने के लिए नोटिस दिया गया था। इस दौरान नाले की सफाई का काम चल रहा था। धमाके के कारणों का पता लगाने का प्रयास हो रहा है। बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) की रिपोर्ट के अनुसार सीवेज लाइन में गैस जमा होने के कारण विस्फोट हुआ। बताया गया कि आतंकवाद निरोधक अधिकारी भी विस्फोट की जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस के एक प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई साक्ष्य अभी सामने नहीं आया है। विस्फोट को आतंकी घटना के एंगल से देखा जा रहा है।
हालांकि, सुई सदर्न गैस कंपनी (एसएसजीसी) का कहना है कि क्षेत्र में ‘एसएसजीसी की कोई गैस पाइपलाइन' नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार एसएसजीसी ने कहा, ‘यह ध्यान रखना अहम है कि न तो आग की लपटें दिखाई दे रही थीं और न ही क्षेत्र में प्राकृतिक गैस की गंध आ रही थी। इससे स्पष्ट होता है कि विस्फोट एसएसजीसी की किसी भी पाइपलाइन में नहीं हुआ।' पुलिस का कहना है कि बैंक की इमारत सीवेज और गैस की पाइपलाइन वाले हिस्से पर बनी थी, इससे यह अंदेशा लगाना कठिन हो जाता है कि विस्फोट सीवेज लाइन में गैस जमा होने की वजह से हुआ या गैस पाइपलाइन के साथ कुछ हुआ था अथवा वहां विस्फोटक सामग्री रखी गई थी।