वॉशिंगटन। यूरोप में एक बार फिर कोरोना महामारी अपना कहर बरता रही है। यूरोपीय देशों में पिछले सप्ताह कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार किसी हफ्ते में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसे लेकर खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन देशों को चेताया है। जानकारी के मुताबिक हाल में लगभग 20 लाख मामले सामने आए। लगभग 27 हजार लोगों की मौत भी हुई। ब्रिटेन, चीन और अमेरिका में भी कोरोना के मामले दोबारा बढ़ रहे हैं। यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 20 दिन का लॉकडाउन लगा दिया गया है।
ऑस्ट्रिया में लॉकडाउन के बाद लोगों पर कई पाबंदियां लगाई गई हैं। लोगों के अनावश्यक रूप से बाहर जाने पर रोक होगी। रेस्तरां और ज्यादातर दुकानें बंद रहेंगी। इस दौरान सभी बड़े आयोजन रद्द रहेंगे। हालांकि इस दौरान स्कूल और ‘डे-केयर सेंट’ खुले तो रहेंगे, लेकिन अभिभावकों को बच्चों को घर पर रखने की सलाह दी गई है। ऑस्ट्रिया में लॉकडाउन की पाबंदियां 13 दिसंबर को हटाई जा सकती हैं। हालांकि जिनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ है संभव है उन्हें इससे कोई छूट ना मिले।
यूरोप के देश एक बार फिर संक्रमण का केंद्र बनने लगे हैं। इसी को देखते हुए जर्मनी में वैक्सीनेशन अनिवार्य किया जा रहा है। वहां की सरकार ने माना है कि देश में चौथी लहर आ चुकी है। जबकि दूसरी तरफ ऑस्ट्रिया में लगा लॉकडाउन अधिकतम 20 दिन तक चलेगा, हालांकि 10 दिन के बाद इसका आकलन किया जाएगा। दूसरी तरफ अमेरिका में कोविड -19 के तेजी से फैलने वाले डेल्टा वेरिएंट के कारण मामलों में उछाल आ रहा है। इसने देश के पहले से ही डगमगाए स्वास्थ्य सेवा पर कड़ा प्रहार किया है। देश में टीकों की कोई कमी नहीं है, लेकिन लोगों का डोज लेने से बचना भी कोरोना महामारी को दिशा दिखा रहा है।