वाशिंगटन। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी और काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका से सैनकिों की वापसी का असर जो बाइडेन की अप्रूवल रेटिंग पर पड़ा है। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडेन की अप्रूवल रेटिंग अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। बता दें कि 15 अगस्त को तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया और 31 अगस्त तक अमेरिका ने अपने सभी सैनिकों-नागरिकों को सुरक्षित वहां से निकाल लिया।
दो निजी एजेंसी द्वारा कराए गए सर्वे में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की अप्रूवल रेटिंग 43 प्रतिशत आ गई है। जो राष्ट्रपति बनने के बाद सबसे निचले स्तर पर है, अधिकांश अमेरिकियों ने जो बाइडेन की विदेशी नीति की निंदा की है, साथ ही अफगानिस्तान से सैनिकों को बुलाने को लेकर बाइडेन की भूमिका को "विफल" करार दिया है। अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी को लेकर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडेन पर निशाना साधा था। ट्रंप ने कहा था कि बाइडेन का यह फैसला उचित नहीं है। वहीं, बाइडेन ने अमेरिकी सेना और राष्ट्रहित में इस फैसले को बताया था।
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बताते चलें कि राष्ट्रपति बाइडेन के इस फैसले का विरोध सिर्फ राजनीतिक दलों ने नहीं किया है। बल्कि अमेरिकी सेना के पूर्व अधिकारियों ने भी विरोध किया। पूर्व अफसरों ने अफगानिस्तान में अमेरिका के फेलियर पर सेना के जवानों और अधिकारियों से इस्तीफों की मांग की है। लेफ्टिनेंट जनरल विलियम जेरी ने कहा कि ये पूरी तरह से व्हाइट हाउस, विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की नाकामी है।