काबुल। अफगानिस्तान में नागरिक हताहतों की संख्या मौजूदा वर्ष की पहली छमाही में रिकॉर्ड 47 फीसदी बढ़ी है। संयुक्त राष्ट्र की सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक मई के बाद , विशेष रूप से अमेरिकी सैन्य बलों की अफगानिस्तान से वापसी के बाद तालिबान आतंकवादियों के हमलों में तेजी आयी है और पिछले छह माह में 1,659 नागरिक मारे गए तथा 3,254 अन्य घायल हुए हैं। हताहतों के ये आंकड़े गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 47 प्रतिशत अधिक है।
अफगानिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएएमए) की रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंसा को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई नहीं किये जाने की स्थिति में देश में नागरिक हताहतों की संख्या में और बढ़ोतरी होगी। रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि हिंसा पर नियंत्रण के लिए सैन्य बल का उपयोग अफगानी जनता की पीड़ा को ही बढ़ायेगी। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र महासचिव की विशेष प्रतिनिधि डेबोरो लियोन ने कहा , ‘‘ मैं तालिबान नेताओं तथा अफगान सरकार से उनके बीच संघर्ष के गंभीर परिणामों और नागरिकों पर इसके विनाशकारी प्रभाव पर ध्यान देने का आग्रह करता हूं। अगर बढ़ती हिंसा को नहीं रोका गया तो इस साल देश में हताहतों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि होती जायेगी और अनिगनत लोग अपंग हो जायेंगे। उन्हेंने कहा कि तालिबान और अफगान नेताओं का परस्पर वार्ता के लिए अपने प्रयासों में तेजी लाने का आव्हान किया।