अंकारा। तुर्की के उपराष्ट्रपति फुएट ओकटाय ने रविवार को कहा कि नए अमेरिकी प्रशासन पर दबाव बनाने की योजना है, जिसमें अमेरिका के मुस्लिम धर्मगुरु फेतुल्लाह गुलेन के प्रत्यर्पण की मांग की गई है जिसे अंकारा ने तख्तापलट के प्रयास के लिए दोषी ठहराया है। ओकटाय ने कलाल 7 प्रसारणकर्ता से बातचीत में कहा,‘‘तुर्की के दृष्टिकोण से कुछ भी नहीं बदला है। संचार चैनल फिर से उसी तरह काम करेंगे। हमारे साथ तख्तापलट की कोशिश की गयी।
मास्टरमाइंड अमेरिका में है। उसके प्रत्यर्पण के लिए पूछने के अलावा और कुछ भी स्वाभाविक नहीं है। यह प्रक्रिया जारी रहेगी। देश का नया नेतृत्व। हम इस मुद्दे पर अपना दबाव बढ़ाएंगे।’’ तुर्की ने बार-बार वांिशगटन पर कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी के समर्थन का आरोप लगाया है, जिसे तुर्की आतंकवादी समूह के रूप में नामित करता है। ओकटाय ने अमेरिका पर सीरिया में आतंकवादी समूहों के साथ ‘काम’ करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा,‘‘हमें उम्मीद है कि अमेरिका आतंकवादी संगठनों के साथ काम करना बंद कर देगा।
अब, यह सीरिया में आतंकवादी संगठनों के साथ काम कर रहा है। जैसे ही हम एक खतरा देखते हैं, हम पहले बातचीत करने की कोशिश करते हैं, और फिर हम वह करते हैं जिसकी हमें जरूरत है। हम बिडेन के चुनाव पूर्व बयानों में देखें कि पिछली अवधि में शुरू की गई गतिविधियाँ जारी रह सकती हैं। उनके कार्यभार संभालने के बाद, यह अधिक विशिष्ट हो जाएगा, आपको सावधानीपूर्वक निरीक्षण करने की आवश्यकता है।’’
मंत्री ने यह भी कहा कि उनका देश उम्मीद करता है कि नया अमेरिकी प्रशासन नागोर्नो-करबाख क्षेत्र में संघर्ष सहित क्षेत्रीय मुद्दों को निपटाने के लिए ‘एकतरफा दृष्टिकोण’ को त्याग देगा। उन्होंने कहा,‘‘क्षेत्रीय मुद्दों पर अमेरिका के साथ हमारी असहमति है: सीरिया, इराक, लीबिया, पूर्वी भूमध्य सागर, अजरबैजान-आर्मेनिया, साइप्रस और तुर्की-ग्रीक संबंध। यह सब हमें सीधे तौर पर चिंतित करता है।’’ उन्होंने कहा,‘‘इन मुद्दों पर नए प्रशासन का रवैया, निश्चित रूप से, हमारी रुचि और हमें प्रभावित करेगा। हम इसका बहुत बारीकी से पालन कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि हमारी अपेक्षा एकपक्षीय दृष्टिकोण से दूर रहने की है।’’