नई दिल्ली। जानलेवा कोविड-19 का कहर और भयावह हो सकता है। कई देश इसको लेकर गंभीर नहीं हैं वे लापरवाही बरत रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कुछ देश इससे निपटने में भयानक लापरवाही बरत रहे हैं, ऐसे में इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ता हुआ दिख रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर टेड्रोस ने कहा है कि कई देश कोरोना वायरस की लड़ाई को गलत दिशा में ले जा रहे हैं, यही कारण है कि ये वायरस दुनिया में बढ़ रहा है और लोगों का सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका है। डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी कि अगर सही नियमों का पालन नहीं हुआ तो वैक्सीन और इम्युनिटी कोई असर नहीं दिखाएंगे। क्योंकि केस तो बढ़ते ही जाएंगे।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अगर सामान्य बातों का ध्यान नहीं रखा जाएगा, तो हालात बिगड़ेंगे। ऐसे में लोगों को हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करना चाहिए। बता दें कि डब्ल्यूएचओ का ये बयान तब आया है जब दुनिया में कोरोना वायरस के कुल मामले 1.3 करोड़ पहुंच गए हैं और हर रोज अब दो लाख नए केस सामने आ रहे हैं। आपको बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन कई देशों के निशाने पर है और अमेरिका जैसे देश ने तो खुद को इस संगठन से बाहर भी कर लिया है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, पिछले रविवार को तो दुनिया में दो लाख तीस हजार केस आए, जिसमें से 80 फीसदी सिर्फ दस देशों से ही हैं। बल्कि आधे केस तो दो ही देशों से हैं।
गौरतलब है कि इस वक्त दुनिया में अमेरिका, ब्राजील और भारत ऐसे देश हैं, जहां पर सबसे अधिक केस सामने आ रहे हैं। तीनों देशों को मिलाकर हर रोज एक लाख से अधिक केस सामने आ रहे हैं, जो डराने वाले आंकड़े हैं। अब तक दुनिया में साढ़े पांच लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बता दें कि डब्ल्यूएचओ की टीम ने अब चीन में कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच भी शुरू कर दी है।