नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज तंजानिया के राष्ट्रपति जोसफ मैगुफूली और लाओस के प्रधानमंत्री थोंगलाउन सिसोउलिथ के साथ टेलीफोन पर कोरोना महामारी से उत्पन्न चुनौती तथा अन्य विषयों पर बातचीत की। मोदी ने जुलाई 2016 में दार-ए-स्लाम की अपनी यात्रा को स्नेहपूर्वक याद किया और इस बात पर जोर दिया कि भारत तंजानिया के साथ अपने परम्परागत मैत्रीपूर्ण संबंधों को महत्व देता है।
उन्होंने तंजानिया की सरकार और लोगों की आकांक्षाओं और जरूरतों के अनुसार तंजानिया की विकास यात्रा में, उसके साथ सहभागी बनने की भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के मद्देनजर तंजानिया से भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने के लिए तंजानियाई अधिकारियों द्वारा की गई सहायता के लिए राष्ट्रपति डॉ. मैगुफुली को धन्यवाद दिया।
दोनों नेताओं ने समग्र द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। उन्होंने भारत और तंजानिया के बीच बढ़ती विकास साझेदारी, शैक्षिक संपर्क और व्यापार तथा निवेश प्रवाह पर संतोष व्यक्त किया और इसमें तेजी लाने की संभावनाओं पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने इस साल के अंत में होने वाले राष्ट्रपति और संसदीय चुनावों के लिए राष्ट्रपति मैगुफुली और तंजानिया के लोगों को शुभकामनाएं दीं।
सिसोउलिथ के साथ भी उन्होंने कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न चुनौती पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए लाओस सरकार के प्रयासों की सराहना की। दोनों नेताओं ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग बढाये जाने पर सहमति प्रकट की और कोरोना के बाद की स्थिति की तैयारी के लिए विचारों के आदान प्रदान पर बल दिया। प्रधानमंत्री ने लाओस के साथ भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख किया। लाओस के प्रधानमंत्री ने उनके देश में विकास कार्यक्रमों में समर्थन के लिए भारत को धन्यवाद दिया।