चीन के शहर वुहान से निकलकर पूरी दुनिया मे आतंक फैलाने वाले कोरोना वायरस के कहर कोई देश बचा नही है। चीन, जापान, इटली, जर्मनी, ब्रिटेन, अमेरिका और भारत सहित ऐसे कई देशों को कोरोना के प्रकोप ने पूरी तरह से हिला कर रख दिया है। भारत सरकार ने इसके प्रकोप को बढ़ते देख 14 अप्रैल तक 21 दिनों का लॉक डाउन घोषित करते हुए लोगों से ये अपील की है कि सभी अपने-अपने घरों में रहे, अन्यथा इसके संक्रमण को रोकना बड़ा ही मुश्किल हो जाएगा। बावजूद इसके प्रवासी मजदूरों को भूख-प्यास की तड़प ने पैदल ही मिलों दूर अपने घरों को जाने पर मजबूर कर दिया है। मोदी देश की जनता से इस लॉक डाउन से हो रही समस्याओं के लिए माफी माँगते हुए कहा है कि देशहित के लिए यह फैसला लेना जरूरी था।
कोरोना वायरस का कहर इटली और ब्रिटेन के बाद अमेरिका में भी बड़ी तेजी से फैल रहा है। अमेरिका में इससे संक्रमितों की संख्या करीब सवा लाख हो चुकी हैं, इस वायरस की चपेट में आने से 2500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। पूरी दुनिया मे सबसे शक्तिशाली देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इससे बढ़ते प्रकोप से मायूस नजर आए। डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिन व्हाइट हाउस में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, "अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले दो हफ्तों में मृत्यु दर का आंकड़ा अपने चरम पर संभावित है। हम इसे फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन को 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ाएंगे। उम्मीद है कि 1 जून तक सब ठीक हो जाएगा।"