मैड्रिड। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के नये महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने ईरान के प्रतिनिधिमंडल से ग्रॉसी ने गुरुवार को कहा,‘‘ ईरानी प्रतिनिधिमंडल से वियाना में पिछले सप्ताह मुलाकात हुई थी। ईरानी प्रतिनिधिमंडल से भेंट करने के बाद उन्हें लगता है आईएईए के महानिदेशक की हैसियत से ईरान के शीर्ष अधिकारियों के साथ सीधा एवं व्यक्तिगत संपर्क करने की आवश्यकता है। उन्होंने इसके पहले ईरान के उप विदेश मंत्री अब्बास अग्राहची से मुलाकात को भी काफी उत्साहजनक बताया था।
आइएईए प्रमुख ने कहा,‘‘ मुझे लगता है कि तेहरान जाकर वहां के परमाणु प्रतिष्ठानों को देखना चाहिए। हम लोगों ने हालांकि इसके लिए कोई तिथि तय नहीं की है। हम शीघ्र ही इस संबंध में कदम उठायेंगे।’’ उन्होंने कहा,‘‘ परमाणु समझौते की दिशा में एक कदम और पीछे हटने के ईरानी उप विदेश मंत्री के बयान से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैं राजनीतिक बयानों को कोई महत्व नहीं देता। मेरी और आइएईए की भूमिका एक निरीक्षक की है।
हम निष्पक्ष रवैया रखने में विश्वास करते हैं और उन्हें यह संदेश मिलना चाहिए। वे अपनी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और राजनीतिक भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं।’’ ग्रॉसी किसी लातिन अमेरिकी देश से आईएईए का प्रमुख बनने वाले पहले व्यक्ति हैं। ऐसा समझा जाता है कि उन्हें अमेरिका का समर्थन हासिल है। ग्रॉसी ने कहा था कि वह ‘बिना छुपे एजेंडे’ के सबके लिये ईमानदार मध्यस्थ बनना चाहते हैं। उन्होंने सितंबर में एक साक्षात्कार में कहा था,‘‘ ईरान के प्रति मेरा नजरिया बेहद दृढ़ लेकिन निष्पक्ष होगा।’’ वरिष्ठ राजनयिक ग्रॉसी वर्ष 2013 में वियना में संयुक्त राष्ट्र के स्थायी प्रतिनिधि बने थे।’’