उत्तर प्रदेश पुलिस ने 16 साल बाद गोरखपुर दंगों के मुख्य आरोपी शमीम को गिरफ्तार कर लिया है। साल 2007 में हुए एक हत्याकांड के बाद गोरखपुर में दंगे भड़क उठे थे। इस दंगे की घटना के विरोध में सड़क पर उतरे तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ को भी जेल जाना पड़ा था। इस कारण तब गोरखपुर से सांसद रहे योगी आदित्यनाथ संसद में रो भी पड़े थे। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
27 जनवरी 2007 को गोरखपुर में राजकुमार अग्रहरि नामक युवक की हत्या हो गई थी। मोहर्रम के दिन जुलूस के दौरान आमलेट के ठेले पर विवाद के बाद मोहम्मद शमीम ने साथियों के साथ मिलकर राजकुमार अग्रहरि को चाकुओं से गोद दिया था। जब राजकुमार को जीप में अस्पताल ले जाने के लिए पीछे बेसुध हालत में रखा गया तो आरोपियों ने दोबारा उसे जीप से खींचकर ताबड़तोड़ हमला कर दिया था। राजकुमार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मृत घोषित कर दिया गया था। इस हत्या के बाद गोरखपुर में दंगा भड़क गया था।
इस हत्याकांड के बाद गोरखपुर में दंगे भड़क उठे थे और कानून व्यवस्था का बुरा हाल था। माहौल खराब होने के बाद घटना के विरोध में सड़क पर उतरे गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ और उनके साथ मौजूद लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया था। इसी मामले में जेल से छूटने के बाद योगी आदित्यनाथ संसद में रोए थे।
2007 में हुई थी घटना में आरोपी शमीम को पुलिस ने गिरफ्तार तो किया लेकिन इसी साल उसे जमानत मिल गई थी। इसके बाद से ही वह फरार हो गया था। कोर्ट में लगातार बुलावे के बावजूद भी आरोपी शमीम तारीख पर हाजिर नहीं हो रहा था। उसे साल 2012 में कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हालांकि, आरोपी शमीम 16 साल बाद अपने घर से पकड़ा गया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।