कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर जिला प्रशासन की हीलाहवाली के चलते कोटेदार की मनमानी से खाद्यान्न वितरण के दौरान कोविड प्रोटोकाल का खुल्लमखुल्ला उल्लघंन हो रहा है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को एक से 15 जून के बीच निशुल्क राशन वितरण का आदेश है लेकिन कई कोटेदारों ने शुरू के तीन चार दिन नियम का पालन किया और बाद में राशन वितरण रोक दिया। गोविंदनगर क्षेत्र में दबौली दुर्गा मंदिर के पास स्थित राशन की दुकान पर लिख दिया गया कि अब राशन का वितरण 13 और 15 तारीख को होगा।
कई दिनो की बंदी के बाद आज यानी रविवार को राशन वितरण शुरू हुआ तो कार्ड धारकों की लंबी कतार लग गयी। लगभग तीन घंटे तक चले वितरण के बाद भीड़ छटने पर कोटेदार के कर्मचारी खिसक लिये और बाद में आये लोगों से कहा कि अब 15 को खाद्यान्न वितरण होगा। यहां दिलचस्प है कि कोटेदार ने अपनी पहचान छिपाने के लिये दुकान के बार सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान का बोर्ड भी नहीं लगाया है।
इस तरह की तमाम शिकायतें कार्ड धारकों ने गुजैनी,रतनलाल नगर और अन्य क्षेत्रों से भी की हैं। कार्ड धारकों की शिकायत है कि कोटेदार कुछ देर दुकान खोलने के बाद बंद कर देते है। खाद्यान्न वितरण के दौरान सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन नहीं होगा। इस बारे में बात करने पर एडीएम राशनिंग ने कहा कि वह संबधित क्षेत्र में अधिकारियों से औचक निरीक्षण करायेंगे। गौरतलब है कि सरकारी आदेश के अनुसार कोटेदारों को एक से 15 जून तक नियमित रूप से राशन वितरण करना था जो सुबह से शाम तक के बीच था। राशन कार्ड धारकों को पोर्टबिलिटी के तहत खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा 13 से 15 जून के बीच रखी गयी है जबकि वितरण की अंतिम तिथि 15 जून है।