पंजाब। सियासत में बड़े राजनीतिक घरानों का दबदबा लंबे समय है। अब बड़े नेताओं के बेटे भी पिता के नक्शेकदम पर चल पड़े हैं। एक तरफ जहां पंजाब के आम युवाओं ने चुनाव से दूरी बना रखी है तो वहीं सियासी परिवारों से ताल्लुक रखने वाले युवा चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। मतदाताओं की लिस्ट पर नजर डालें तो इस बार पहली बार मतदान के लिए तैयार हो चुके साढ़े नौ लाख युवाओं में से साढ़े छह लाख ने वोट बनाने के लिए भी आवेदन नहीं किया है। दूसरी ओर सियासी परिवारों के लाल इस चुनाव को एक मौका मानकर अपना करियर बनाने आगे आ चुके हैं।