प्रयागराज। दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक माघ मेला क्षेत्र में गंगा और यमुना के जलस्तर में हो रही बढ़ोत्तरी से साधु-संतों और कल्पवासियों की समस्या बढ़ती जा रही है हालांकि दोनो नदियों के जलस्तर अब स्थिर हैं। सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता वृजेश कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि पहाड़ों पर लगातार बारिश और कानपुर बैराज से पानी छोडे जाने के बाद गंगा के जलस्तर में वृद्धि हुई थी। इसके साथ ही केन और बेतवा नदी में पानी बढ़ने का असर भी जलस्तर पर पड़ा लेकिन अब दोनों नदियों का जलस्तर स्थिर हैं।