मुंबई। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने गुरुवार को अपने आदेश में महाराष्ट्र सरकार को राज्य में डॉक्टरों पर हुए हमलों की दर्ज प्राथमिकी की संख्या के बारे में बताने को कहा है। अदालत ने यह निर्देश पुणे के डॉ. राजीव जोशी द्वारा वकील नितिन देशपांडे के माध्यम से दायर जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान दिया जिसमें डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए अदालत में गुहार लगायी गयी थी।
मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति गिरीश कुलकर्णी की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान कहा, ‘‘हमें इस समय डॉक्टरों की रक्षा करने की आवश्यकता है, खासकर जब वे पहले से ही ज्यादा कड़ी मेहनत कर रहे हैं और तनाव में हैं। अगर हम उनकी रक्षा नहीं करते तो एक जिम्मेदार राज्य के रूप में हम अपने कर्तव्य में विफल होंगे।’’ बॉम्बे उच्च न्यायालय ने राज्य के पूर्व मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर द्वारा जनहित याचिका में पारित आदेशों का अनुपालन करने को कहा, जिसमें इसी तरह के मुद्दे पर प्रकाश डाला गया था।
इस दौरान, महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना के मामलों में 46,781 की वृद्धि देखी गयी और इस महामारी से 816 और लोगों की जान चली गयी। राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 52,26,710 और मृतकों का आंकड़ा 78,007 तक पहुंच गया है। राज्य में रिकवरी दर बढ़कर 88 फीसदी पहुंच गयी है और कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने वालों की कुल संख्या 46,00,196 हो गयी है।