चंडीगढ़। पंजाब में बढ़ते कोविड संकट से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए पंजाब कैबिनेट ने आज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान और पुलिस विभाग को 152.56 करोड़ रुपए के अस्पताल के सामान और उपभोज्य वस्तुओं की खरीद के कार्य को मंजूरी दी। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग में मौजूदा समय में खाली पड़े रेगुलर पदों पर 250 एम.बी.बी.एस. मेडीकल अफसरों की भर्ती पंजाब लोक सेवा आयोग (पी.पी.एस.सी.) के दायरे में से निकाल कर बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, फरीदकोट के जरिये करने को भी हरी झंडी दे दी। इनमें से 192 मेडीकल अफसरों को आज नियुक्ति पत्र भी सौंप दिए गए।
स्वास्थ्य विभाग में मेडीकल अफसरों (एम.बी.बी.एस.) के यह 250 पद पिछले साल अक्तूबर से इस साल 30 अप्रैल तक तरक्कियों/सेवामुक्ति/इस्तीफों के कारण खाली पड़े थे। इन फैसलों की घोषणा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की अध्यक्षता में हुई पंजाब मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सरकारी प्रवक्ता ने की।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जब लोगों की जानें बचाने का मसला हो तो फंड की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। प्रवक्ता ने बताया कि खरीद का फैसला स्वास्थ्य क्षेत्र रिस्पांस कमेटी की सिफारशों के आधार पर किया गया, जो पिछले साल 28 मार्च को राज्य सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के जरिये पहले अतिरिक्त मुख्य सचिव (प्रशासनिक सुधार) की अध्यक्षता में बनाई गई थी। बाद में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा सलाहकार डॉ. के.के. तलवाड़ को इस कमेटी का चेयरमैन बना दिया था।
कमेटी को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के लिए निजी रक्षा उपकरण, सामान और बुनियादी ढांचा की सभी जरूरतों के मूल्यांकन और समीक्षा करने के लिए अधिकृत किया गया था। सिफारशों के आधार पर तीनों ही विभागों ने निटराईल दस्ताने, पल्स ऑक्सीमीटर, सर्जीकल दस्ताने, रैमडेसीविर और टोसीलीजूमैब टीके, पी.पी.ई. किट, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क, रैपिड ऐटीजन किट, वी.टी.एम. किट, कोविड केयर किट, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाएं, उपकरण, हैंड सैनिटाइजर, ट्रू नाट किट और अस्पताल में अन्य उपभोज्य वस्तुएँ खरीदी हैं। यह फैसले बढ़ते कोविड मामलों के मद्देनजरÞ लिए गए हैं।
मौजूदा समय में एक दिन में औसतन 9000 से अधिक केस आ रहे हैं। इससे पूर्व कैबिनेट को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने कहा कि सरकारी और निजी अस्पतालों में स्तर 2 और स्तर 3 के बेड की क्षमता बढ़ाकर इस महीने के अंत तक 2000 तक करने के लिए मोहाली और बठिंडा में100-100 बेड वाले अस्थायी अस्पताल बनाने पर काम चल रहा है।