हरिद्वार। तीर्थ नगरी हरिद्वार में सोमवार को हजारों की संख्या में लोगों ने गंगा घाटों पर कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर स्रान किया। कोरोना के कारण हालांकि स्रान फीका रहा।कोरोना महामारी के कारण हालांकि यहां पर बाहरी राज्यों से आए श्रद्धालुओं को स्रान करने पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके कारण घाटों पर बहुत कम श्रद्धालु पहुंच पाए जिससे स्रान फीका रहा। कोरोना महामारी के संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखकर बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था और कार्तिक पूर्णिमा स्रान पर भी पाबंदी लगा दी थी। जबकि स्थानीय लोगों को गाइडलाइन के अनुसार स्रान करने की छूट दी गई है आज के दिन भगवान विष्णु चार माह के शयन के बाद जागते हैं वही भगवान शिव द्वारा आज ही के दिन दानवों का वध किया गया था जिसके बाद देवता लोग दिवाली मनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन का स्रान और दान काफी महत्व माना गया है लोग सुबह से ही स्रान करने के लिए घाटों पर जुटे हैं तथा शिव मंदिर में भी लोगों ने भारी संख्या में जलाभिषेक भी किया।