उमरिया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज कहा है कि मध्यप्रदेश के सभी वनग्रामों को राजस्व ग्राम बनाया जाएगा और इन ग्रामों के लोगों को राजस्व ग्राम का लाभ प्रदान किया जायेगा, लेकिन इन ग्रामों के निवासी अपनी पट्टे की भूमि विक्रय नहीं कर सकेंगे। मुख्यमंत्री चौहान आज उमरिया जिले के ग्राम डगडौआ में आयोजित जनजातीय गौरव सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष 15 नवंबर को प्रदेश में शहीद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती ‘जनजातीय गौरव सम्मान समारोह’ के रुप मे मनाई जायेगी। आज से प्रदेश में जनजातीय ऋणमुक्त अधिनियम प्रभावशील हो गया है।
अब किसी भी व्यक्ति को साहूकार पैसे के भुगतान को लेकर परेशान नहीं करेगा। इसके साथ ही वसूली करने वाले पर कार्यवाही भी होगी। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में पुन: कोल विकास प्राधिकरण बनाया जायेगा और वह प्रभावशाली रुप से कार्य करेगा। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में विशेष कार्य योजना का क्रियान्वयन किया जायेगा, जिससे क्षेत्र के विकास के साथ प्राथमिकता के साथ स्थानीय लोगों को काम दिया जायेगा। नेशनल पार्क बांधवगढ़, कान्हा,पन्ना के बफर जोन में सफर प्रारंभ करने के साथ ही नाईट टाईगर सफारी भी प्रारंभ की जाएगी।
इसके साथ लोकल को वोकल बनाने की दिशा में एवं स्थानीय उत्पाद को विक्रय करने की दिशा में विशेष ध्यान दिया जायेगा। उन्होंने शहडोल संभाग के गो फूड पार्क और शहडोल के मेडिकल कालेज का नाम विरसा मुंडा के नाम किये जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वनोपज हर्रा, बहेरा, अचार, आंवला के साथ अब महुआ फूल की नई दर घोषित की जाएगी। अब प्रदेश में महुआ फूल 40 रुपये किलो खरीदा जायेगा। मुख्यमंत्री ने जनजातीय लोगों को विशेष क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने पर सम्मानित करने के साथ ही 29 करोड़ रूपये से अधिक राशि के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया।