नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने दो वर्षो में दो हजार स्टार्टअप तक अपनी पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बुधवार को ‘बड़ौदा स्टार्टअप बैकिंग‘ की शुरूआत की। वित्त सचिव राजीव कुमार ने यहां इसकी शुरूआत की और कहा कि इस पहल का उद्देश्य स्टार्टअप समुदाय के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा को पसंदीदा बैकिंग भागीदार बनाना है। इसे देश के 15 शहरों में एक साथ लॉन्च किया गया है। इस पहल में 15 बड़ौदा स्टार्टअप शाखाएं शामिल होंगी, जो टेलर मेड प्रोडक्ट्स और सेवाएं प्रदान करेंगी, जिन्हें स्टार्टअप की अनूठी और विशेष बैकिंग आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। उत्पादों में बैंक के अन्य मौजूदा उत्पादों के अलावा कस्टमाइज्ड करंट अकाउंट, अत्याधुनिक भुगतान गेटवे, कॉर्पोरेट क्रेडिट कार्ड , कॉर्पोरेट वेतन खाते और क्रेडिट सुविधाएं शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के लिए एंड-टू-एंड बैकिंग समाधानों के अलावा, बैंक मार्की सेवा प्रदाताओं के साथ साझेदारी करके स्टार्टअप की सहायक जरूरतों को भी पूरा करता है। इनमें क्लाउड क्रेडिट, मेंटरशिप, को-वर्किंग स्पेस, लीगल/अकाउटिंग से जुड़ी सेवाएं भी शामिल हैं। बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव चड्ढा ने कहा कि स्टार्टअप अगले कुछ वर्षों में देश में एमएसएमई परिदृश्य को एक नया आकार देने में सहायक होगा। हमें युवा और प्रतिभाशाली व्यवसायों की पहचान करने और उनके व्यापक होने के साथ ही उनसे अपना जुड़ाव बढ़ाने के लिए एक व्यावसायिक अवसर नजर आ रहा है। हमने 5 केंद्रों पर बड़ौदा स्टार्टअप बैकिंग का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है और पहले से ही विभिन्न क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, फूडटेक, हेल्थटेक, इमर्जिंग टेक आदि से संबंधित 400 स्टार्टअप का ग्राहक आधार बनाया जा चुका है।