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दिल्ली बॉर्डर के नजदीक पहुंचे हजारों किसान, डालेंगे किसान घाट पर महाघेरा

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 21 2019 11:04AM | Updated Date: Sep 21 2019 11:04AM
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नई दिल्ली। किसानों-मजदूरों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान संगठन के नेतृत्व में हजारों किसान आज नोएडा से दिल्ली की कूच कर दिया। हजारों की संख्या ये किसान अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर मोदी सरकार के सामने रखने के लिए सहारनपुर से पैदल यात्रा करते हुए आ रहे हैं। भारतीय किसान संगठन की यह पदयात्रा 11 सितंबर को सहारनपुर से शुरू हुई थी जो कि गुरुवार शाम नोएडा पहुंच गई थी। किसानों का यह मार्च भारतीय किसान संगठन और कृषि मंत्रालय के नाकाम हो जाने के बाद शुरू हुआ है।
 
किसानों के मार्च को देख दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। किसानों को दिल्ली में प्रवेश से रोकने के लिए बड़ी संख्या में यू पी बॉर्डर पर पुलिस फ़ोर्स तैनात है। किसानों को रोकने के लिए वाटर कैन, फायर ब्रिगेड, रैपिड एक्शन फ़ोर्स समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। हजारों किसान अपनी मांगों को लेकर आज दिल्ली की तरफ करेंगे कूच, यूपी बॉर्डर पर पुलिस फ़ोर्स तैनात । किसान नेता पूरन सिंह ने बताया कि कृषि मंत्रालय के साथ किसानों की वार्ता नाकाम हो जाने के बाद दिल्ली की तरफ कूच करने के अलावा हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा था। हम चाहते हैं कि हमारी मांगों की तरफ देश का ध्यान जाए।
 
उन्होंने कहा कि किसान शनिवार सुबह अपने ट्रेक्टरों में बैठक कर दिल्ली की तरफ चलेंगे। किसान नेता राजेंद्र यादव ने कहा, हमने अपनी मांगे लिखित रूप में सरकार की दी थी लेकिन हमारी समझ नहीं आ रहा कि सरकार इन मांगों पर विचार क्यों नहीं कर रही है। उन्होंने कहा हमने अपनी तरफ से पूरा प्रयास किया कि हमारी मांगों को सुना जाए। हमने 11 दिन पहले अपनी पदयात्रा शुरू की थी जो अब दिल्ली की तरफ बढ़ेगी। किसानों का का यह भी कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वह भूख हड़ताल कर सकते हैं।
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यह हैं किसान संगठनों की प्रमुख मांगें
 
- भारत के सभी किसानों के कर्जे पूरी तरह माफ हों।
 
- किसानों को सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त मिले।
 
- किसान व मजदूरों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य मुफ्त।
 
- किसान-मजदूरों को 60 वर्ष की आयु के बाद 5,000 रुपये महीना पेंशन मिले।
 
- फसलों के दाम किसान प्रतिनिधियों की मौजूदगी में तय किए जाएं।
 
- खेती कर रहे किसानों की दुर्घटना में मृत्यु होने पर शहीद का दर्जा दिया जाए।
 
- किसान के साथ-साथ परिवार को दुर्घटना बीमा योजना का लाभ मिले।
 
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट और एम्स की स्थापना हो।
 
- आवारा गोवंश पर प्रति गोवंश गोपालक को 300 रुपये प्रतिदिन मिलें।
 
- किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज समेत जल्द किया जाए।
 
- समस्त दूषित नदियों को प्रदूषण मुक्त कराया जाए।
 
- भारत में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू हो।
 
 
 
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