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पुणे हादसे में मृतक अश्वनी को इंसाफ दिलाने सड़कों पर उतरा जबलपुर

By Dabangdunia News Service | Publish Date: May 25 2024 5:38PM | Updated Date: May 25 2024 5:38PM
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पुणे के चर्चित हिट एंड रन केस की आग अब पूरे देश में फैलती जा रही है। सड़क हादसे में मारी गई जबलपुर की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए लोग सड़कों पर आ गए हैं। जबलपुर में छात्र-छात्राओं ने कैंडल मार्च निकालकर इंजीनियरिंग छात्र अश्विनी कोष्ठा के लिए इंसाफ की मांग की है। साथ ही नाबालिग रईसजादे और इस पूरे मामले में जो भी दोषी हैं उन सभी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की भी मांग की है।

दरअसल जबलपुर के गोकलपुर के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के सैकड़ों विद्यार्थियों ने विशाल केंडल जुलूस निकाला और जबलपुर की बेटी और सॉफ्टवेयर इंजीनियर अश्विनी कोष्टा को इंसाफ दिलाने की मांग की। इसी दौरान, सभी विद्यार्थियों के हाथों में मोमबत्ती और हादसे में मारे गए अश्वनी कोष्ठा और अनीस अवधिया की फोटो थी। गुनहगार को कड़ी सजा दिए जाने को लेकर छात्राओं ने नारेबाजी भी की।

इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा सिमी दीक्षित का कहना है कि पुणे में दो बेगुनाहों की हत्या कर दी गई और यह घटना शराब के नशे में धुत एक नाबालिग युवक ने की है। इसलिए आरोपी के ऊपर नाबालिग के तहत नहीं बल्कि बालिग के तहत केस चलना चाहिए। छात्राओं का कहना था कि आरोपी के साथ नाबालिग के जैसे व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि जब उसने शराब पी थी तो बालिग समझकर ही पी होगी। यहां विद्यार्थियों में भारी गुस्सा भी देखने को मिला।

पुणे में मध्य प्रदेश के जबलपुर और उमरिया के दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर की दर्दनाक मौत हो गई थी। पुणे के कल्याणी नगर में हुए इस हादसे में जबलपुर के शक्ति नगर से लगे साकार हिल्स में रहने वाली 25 साल की अश्वनी कोष्टा और बिरसिंहपुर पाली के रहने वाले अनीस अवधिया ने हादसे के तुरंत बाद मौके पर ही दम तोड़ दिया। अश्विनी के शव को सोमवार की शाम पुणे से जबलपुर लाया गया वहीं अनीश का शव उमरिया के पाली गांव पहुंचा जहां दूसरे दिन दोनों का अंतिम संस्कार किया गया।

परिवार में सबसे छोटी होने के कारण अश्वनी को सभी लोग प्यार से आशी कह कर बुलाया करते थे। सड़क हादसे में आशी की दर्दनाक मौत की जैसे ही खबर आई परिवार में मातम छा गया। जबलपुर के शक्ति नगर से लगे साकार हिल्स कॉलोनी में रहने वाले सुरेश कुमार कोष्टा बिजली विभाग में कार्यालय सहायक के पद पर पदस्थ हैं, इनका एक बेटा सम्प्रित बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है तो दूसरी बेटी अश्विनी पिछले 2 सालों से पुणे में रहकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम कर रही थी। अश्विनी इसके पहले अमेजॉन कम्पनी में थी। एक साल पहले ही उसने स्विच करके जॉनसन कंट्रोल कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर ज्वाइन किया था।

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