खंडवा। खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में सनातन का नव सूर्य ज्योतिर्लिंग नगरी ओंकारेश्वर में उदित हुआ। ओंकारेश्वर में नर्मदा के किनारे स्थित मांधाता पर्वत पर आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची नव्य-भव्य मूर्ति का अनावरण किया। CM शिवराज ने देशभर से आमंत्रित हजारों साधुओं, संतों, संन्यासियों और विद्वानों की उपस्थिति में वेद मंत्रों के उच्चारण के बीच यज्ञ किया और आदि गुरु का पूजन किया। आचार्यों ने मंत्रों के सस्वर पाठ के साथ पंचायतन पूजा की। इसके बाद मूर्ति का अनावरण हुआ और आदि गुरु शंकराचार्य की जय-जयकार से ओंकार धरा गूंज उठी। सभी उपस्थित जनों ने पुष्प बरसाए और उसी क्षण संयोग से बादलों से बारिश शुरू हो गई। लगा मानो देवलोक से देवता भी बूंदों के रूप में अपनी पुष्पांजलि अर्पित कर रहे हों और प्रकृति भी आदि गुरु शंकराचार्य का जलाभिषेक कर रही हो।
संत और श्रद्धालु बरसते पानी में भावविभोर होकर आदि गुरु की मूर्ति को निहारते-प्रणाम करते रहे। चारों वेदों की पाराणय ध्वनि से गूंज उठा मांधाता पर्वत एकात्मता का संदेश देती आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति के अनावरण के दौरान चारों वेदों की ऋचाओं का पाठ किया। 101 विद्वान आचार्यों व उनके शिष्यों ने ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद की अलग-अलग 11 शाखाओं की ऋचाओं का सस्वर पाठ किया, तो ओंकार नगरी का मांधाता पर्वत अभिभूत हो उठा।