इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिले में लॉकडाउन करने के बारे में कल आपदा प्रबंधन समिति में बैठक में निर्णय लिया जाएगा। इससे पहले आज सुबह यहां रेसीडेंसी कोठी में सांसद शंकर लालवानी, संभागयुक्त पवन शर्मा और जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों से बीती एक जून के बाद जिले को ‘अनलॉक’ किये जाने के बाद कोरोना को लेकर बन रहीं स्थितियों की समीक्षा की।
इस बैठक के बाद सांसद लालवानी ने कहा कि हमनें जिले को ‘अनलॉक’ किये जाने के बाद धीरे-धीरे उद्योग, व्यापार-व्यवसाय, शासन-प्रशासन के कार्यालयों को एहतियात बरतने की सलाह के साथ खोल दिया था। इस बीच नागरिक सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए सब्जी मंडियों, शॉंिपग मॉल्स के साथ लगभग सभी इकाइयों को सशर्त खोल दिया गया था। लालवानी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज हुई बैठक में पेशेवर चिकित्सा विशेषज्ञों से कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर मिली जानकारी सुरक्षित लोक भविष्य के मद्देनजर पुन: कुछ सख्त निर्णय लेने के लिए विवश कर रहीं हैं।
लिहाजा कल जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में विचार विमर्श कर वापिस लॉक डाउन करने का निर्णय लिया जा सकता हैं। जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने पूछे जाने पर बताया कि आज सुबह हुई बैठक में सब्जी मंडियों से जिले के ग्रामीण हिस्सो में कोरोना संक्रमण के फैलने की जानकारी प्रकाश में आई हैं। इसी प्रकार शहर के अन्य मुख्य बाजारों में भी सोशल डिस्टेंसिग, मास्क और सेनिटाइज किये जाने जैसी आवश्यक नियमों के उल्लंघन के मामले भी सामने आ रहें हैं।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कोविड से बचाव के लिए संयम और अनुशासन बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा नागरिकों के बगैर सहयोग के बिगड़ती स्थिति पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकता। लिहाजा वापस लॉकडाउन किया जा सकता हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्णय के अनुसार आज जिले में लॉकडाउन रहा। इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के शनिवार तक के आंकड़ों के मुताबिक 5260 संक्रमित सामने आ चुके हैं। जिसमें से अब तक 3981 संक्रमित रोगी स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। जिले में कोविड से मरने वालों की संख्या 265 तक जा पहुँची है।