नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि वनवासी बंधु भारत की संस्कृति के मजबूत स्तंभ है। चौबे ने यहां इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में रविवार को वनवासी रक्षा परिवार कुंभ का शुभारंभ करते हुए कहा कि भगवान राम और महावीर हनुमान का मिलन सभी के समक्ष एक दिव्य एवं पवित्र उदाहरण है और वनों में रहने वाले लोग देश की संस्कृति के मजबूत स्तंभ हैं। चौबे के अलावा गोवा के पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा, विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे, महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी अनुभूतानंद गिरि जी महाराज, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज जी, फाउंडेशन के राष्ट्रीय संगठन प्रभारी वीरेंद्र कुमार, कुंभ संयोजक हेमंत बत्रा, राजेंद्र चमड़िया, महामंत्री दिग्विजय गुप्ता, एकल अभियान के संस्थापक श्याम जी गुप्ता, बजरंग लालजी बागड़ा, रमेश जुनेजा, रमेशचंद्र अग्रवाल, महेश भागचंद आदि ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
वनवासी रक्षा परिवार फाउंडेशन संगठन प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने कहा कि एकल अभियान अंतगर्त देश के वनवासी जनजातीय क्षेत्रों के 4 लाख गांवों में बसे वनबंधुओं की धार्मिक अस्मिता, स्वाभिमान, स्वावलंबन और राष्ट्रवाद की भावना को प्रबल करने के लिए समर्पित है। आज देशभर में 70 हजार संस्कार केंद्र चल रहे हैं। इसके माध्यम से वनवासी बंधुओं को नगरीय समाज को वनवासी समाज के समीप लाया जा रहा है। सिन्हा ने कहा कि वनवासी क्षेत्र में फाउंडेशन का कार्य अति सराहनीय है। देश के प्रमुख साधु संतों ने आशीर्वाद वचन दिया। जल, जंगल व जमीन को बचाने और पर्यावरण के संरक्षण में फाउंडेशन का कार्य सराहनीय है। देश के विभिन्न 11 राज्यों के वनवासी बंधु एवं वहां विभिन्न प्रकल्पों के लिए काम कर रहे लोगों ने इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिरकत की है।