नई दिल्ली। केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की कमी है और केन्द्र सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है। जावड़ेकर ने शुक्रवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि स्वच्छ पानी स्वास्थ्य की सबसे बड़ी जरूरत है लेकिन देश के अनेक क्षेत्रों खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की कमी है और प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना ‘नल से जल’ वर्ष 2024 तक पूरी कर ली जाएगी और हम इस दिशा में पूरी तरह से प्रयासरत हैं।
जावड़ेकर ने कहा कि आर ओ प्रणाली में इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि पानी की अधिक बर्बादी नहीं हो और इसमें आवश्यक मिनरल्स भी बरकरार रहें लेकिन सरकार कोई भी फैसला जनता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर ही लेगी। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आर ओ प्रणाली से पहले घरों में यूवी सिस्टम लगे थे जिनसे पानी साफ हो जाता था लेकिन अब नयी नई तकनीक भी आ गई है जिनमें पानी की एक बूंद भी बर्बाद नहीं होती है और पानी में सभी आवश्यक मिनरल्स बने रहते है।