चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा है कि राज्य की पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था को रास्ते पर लाने में किसान नेता बिजली चोरी तथा तेजी से गिरते भूजल स्तर को रोकने के लिये जागरूकता फैलाने में सरकार का सहयोग करें। कैप्टन सिंह कल यहां किसान यूनियन के नेताओं से बातचीत के दौरान बिजली चोरी के ख़तरनाक रुझान पर चिंता जतायी और इसे रोकने की जÞरूरत पर जोर दिया ताकि पावरकॉम की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाया जा सके।
सरहदी इलाकों में तो बिजली चोरी बड़े पैमाने पर होती है । किसानों को बिजली चोरी की घटना को पावरकॉम के प्रवर्तन विंग के पास ले जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं से भली भाँति अवगत है और प्राथमिकता के आधार पर किसानों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं के 31 मार्च, 2016 तक के बिजली बिलों की 137.56 करोड़ रुपए की रकम बकाया है । यह मामला पहले ही सरकार के विचाराधीन है।
बिजली विभाग के प्रमुख सचिव को मामले की जाँच के निर्देश दिये हैं। पावरकॉम ने अभी तक घरेलू उपभोक्ताओं की विभिन्न श्रेणियों के बकाया बिल अदा न करने के बावजूद उनके कनैक्शन काटे नहीं हैं। इन श्रेणियों में अनुसूचित जातियों, गÞैर अनुसूचित जातियों, गरीबी रेखा से निचले वर्गों और पिछड़ी श्रेणियां शामिल हैं। गन्ना मिलों की पिरायी की मौजूदा क्षमता बढ़ाने की माँग पर अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि ने बताया कि गुरदासपुर सहकारी चीनी मिल की पिरायी क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रही है।
इस उद्देश्य के लिए गठित कैबिनेट सब-कमेटी ने सभी सहकारी चीनी मिलों को अपग्रेड कर शुगर परिसरों में तबदील करने के लिए अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया है जिससे मिलों को लंबे समय के लिए चलने योग्य बनाया जा सकेगा। वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने किसान नेताओं से अपील की कि वो किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित करें क्योंकि इस साल संयोगवश गुरु नानक देव जी का 550वें प्रकाश पर्व है और गुरू साहिब जी ने हवा, पानी और धरती की संभाल के लिए संदेश दिया था।