मुंबई। मराठा समाज ने फिर से आंदोलन छेड़ने की धमकी दी है। मराठा समुदाय की ओर से कहा गया है कि अगर उनकी प्रलंबित मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो सोमवार, 26 अगस्त से आंदोलन छेड़ा जाएगा। सोमवार को मंत्रालय पर मोर्चा निकालने की चे तावनी राज्य सरकार को दी गई है। मराठा क्रांति मोर्चा के संयोजक आबासाहेब पाटिल ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशों का पालन अधिकांश सरकारी विभाग में ही नहीं हो रहा है।
मराठा क्रांति मोर्चा के संयोजक आबासाहेब पाटिल ने बताया कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सीएसएमटी से मंत्रालय तक मोर्चा निकाला जाएगा। अगर अगले दो दिनों में राज्य सरकार ने मराठा समुदाय की लंबित मांगों पर निर्णय नहीं लिया, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा। राज्य सरकार मराठा समाज की लंबित मांगों को पूरा करने का वादा कर चुकी है, जबकि संबंधित अधिकारी टालमटोल कर रहे हैं।
पाटिल के मुताबिक, मराठा समुदाय की लंबित मांगों में अन्नासाहेब पाटिल महामंडल के माध्यम से कर्ज, किसानों के बैंक खाते में शीघ्र फसल बीमा योजना का पैसा जमा करने, मराठा क्रांति मोर्चा के दौरान समाज के लोगों पर दर्ज किए गए सभी मामले वापल लेने, वर्ष 2014 के विद्यार्थियों की तत्काल नियुक्ति, 72 हजार मेगा भर्ती के परीक्षार्थियों को शीघ्र नियुक्त करने, एमपीएससी के विद्यार्थियों की तत्काल नियुक्ति और नरेंद्र पाटिल को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने अथवा महामंडल बर्खास्त करने की मांग शामिल है।