चंडीगढ़। नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कांग्रेस की पंजाब इकाई (PPCC Chief) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। सिद्धू के इस्तीफे के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि उन्होंने पहले ही सिद्धू को अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर चेताया था। सिद्धू के इस्तीफे के बाद कैप्टन ने ट्वीट किया, ‘मैंने पहले ही कहा था। वह स्थिर व्यक्ति नहीं हैं और पंजाब जैसे सीमा के इलाके के लिए सही भी नहीं हैं।’ बता दें 2022 में पंजाब में होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले राज्य की सियासत में लगातार हलचल जारी है।
सिद्धू के इस्तीफे के कुछ दिन पहले ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया। चन्नी की कैबिनेट के मंत्रियों को मंगलवार को ही विभाग सौंपे गए हैं और इसी दिन राज्य में एक और सियासी उथल-पुथल की घटना सामने आई है। बता दें सिद्धू ने इसी साल जुलाई में पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद संभाला था।
ऐसा कहा जा रहा है कि सिद्धू ने यह इस्तीफा चन्नी कैबिनेट में शामिल किए गए मंत्रियों और उनके विभागों के बंटवारे को लेकर दिया है। बताया जा रहा है कि सिद्धू नाराज थे। एडवाइजर सुरिंदर डल्ला के मुताबिक पिछले दस दिनों से 18 सूत्री कार्यक्रमों पर काम नहीं हो रहा है। वैसे कहा ये जा रहा है कि सिद्धू कुछ मंत्रियों को पद दिए जाने से नाराज थे। साथ ही पंजाब के एडवोकेट जनरल पद पर की गई नियुक्ति को लेकर वो नाखुश थे।
हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा है कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने पत्र में लिखा, 'किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।' उन्होंने लिखा, 'इसलिए, मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। कांग्रेस की सेवा करना जारी रखूंगा।' कैप्टन अमरिंदर भी मंगलवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि अपने इस दौरे में वह भाजपा के कई नेताओं के साथ मुलाकात कर सकते हैं।