रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने देश में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए शुक्रवार को कहा कि केन्द्र ने वैश्विक महामारी से निपटने के लिए ससमय प्रभावी कदम नहीं उठाये जिससे कोविड संक्रमितों की आज बीस लाख तक पहुंच गयी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब पहली बार देश में लॉकडाउन लागू किया गया था तो उस वक्त देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या मात्र 500 थी, लेकिन आज यह बढ़कर लगभग 20 लाख के आसपास हो चुकी है।
प्रधानमंत्री से पूछा जाना चाहिए कि कोरोना की रोकथाम ससमय प्रभावी कदम क्यों नहीं उठाये गये। डॉ. उरांव ने कहा कि अहमदाबाद में नमस्ते ट्रंप आयोजित कर गुजरात , महाराष्ट्र और फिर दिल्ली को कोरोना के मकड़जाल में धकेल दिया गया और इन तीनों राज्यों से पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण का फैलाव हो गया। उन्होंने कहा कि यदि ससमय प्रभावी कदम उठाये गये होते तो आज इतनी भयावह स्थिति नहीं होती।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर पार्टी नेताओं के एक शिष्टमंडल द्वारा आज राज्यपाल से मिलने संबंधी सवाल पर कहा कि यह मसला विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष लंबित है, उन्हें इंतजार करना चाहिए, अध्यक्ष सभी कानूनी पहलुओं को ध्यान में रखकर फैसला लेंगे, इसे लेकर दबाव बनाना संसदीय परंपरा के विपरीत होगा। डॉ. रामेश्वर ने कहा कि भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को 14 दिनों के होम क्वारंटाइन किए जाने जाने के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि इस कानून को भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने ही बनाया है। इसी कानून के तहत भाजपा नेताओं को होम क्वारंटाइन पर भेजा गया था।