प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 28 जुलाई को गुजरात के गांधीनगर में सेमीकॉन इंडिया इवेंट का उद्घाटन करेंगे। इसमें 23 देशों के प्रतिनिधि के साथ फॉक्सकॉन, माइक्रोन , AMD और IBM सहित अन्य बड़ी चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां शामिल होंगी। इस इवेंट के जरिए सरकार भारत की चिप इंडस्ट्री में निवेशकों को आकर्षित करना चाहती है।
गुजरात सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह इवेंट बिजनेस संभावनाओं के माध्यम से सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के विकास के लिए है। इसका मुख्य फोकस इनोवेशन, पार्टिसिपेशन और ग्रोथ है। यह आयोजन भारत में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के भविष्य को आकार देने में अत्यधिक महत्व रखता है।
सेमीकॉन इंडिया इवेंट कल यानी 28 जुलाई से शुरू होकर 30 जुलाई तक चलेगा। फॉक्सकॉन चेयरमैन यंग लियू, माइक्रोन के चीफ एक्सिकिटिव ऑफिसर संजय मेहरोत्रा और एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेज के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर मार्क पेपरमास्टर तीन दिन के इस इवेंट के वक्ताओं में शामिल हैं।
इससे पहले 25 जुलाई को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल ने आम लोगों के लिए सेमीकॉन इंडिया एग्जीबिशन ओपन किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। इवेंट से पहले न्यूज एजेंसी से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, 'मुझे बहुत खुशी है कि 'सेमीकॉन इंडिया' का दूसरा एडिशन गांधीनगर में हो रहा है। मैं बहुत खुश हूं, 15 महीने पहले जब पहला 'सेमीकॉन इंडिया' बेंगलुरु में लॉन्च किया गया था, तो ग्लोबल कंपनियों के बीच बहुत सारे सवाल थे - क्या भारत सफल होगा? क्या भारत फिर से विफल होगा? चूंकि भारत सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के क्षेत्र में पिछले 70 सालों में बार-बार विफल रहा है। गांधीनगर में दूसरा एडिशन उन जबरदस्त सफलताओं को बताने का एक अच्छा तरीका है जो हमें पिछले 15 महीनों में मिली हैं।'
जुलाई 2022 में गुजरात सरकार ने सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022-27 की अनाउंसमेंट की थी, जिसके तहत सरकार ने राज्य में सेमीकंडक्टर या डिस्प्ले फैब्रिकेशन मैन्युफैक्चरिंग में इन्वेस्ट करने के इच्छुक लोगों के लिए बिजली, पानी और भूमि शुल्क पर भारी सब्सिडी देने का प्रस्ताव रखा था। सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाने के लिए जरूरी है।
भारत सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर को प्रोत्साहन देने लिए PLI स्कीम की भी घोषणा की है। ग्लोबल कंपनियां सेमीकंडक्टर के लिए भारत को एक इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में देख रही हैं। साल 2021 में भारतीय सेमीकंडक्टर मार्केट की वैल्यू 27.2 बिलियन डॉलर थी और सालाना 19% की बढ़ोतरी के साथ इसके 2026 तक 64 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।
सेमीकंडक्टर चिप सिलिकॉन से बनी होती है और सर्किट में इलेक्ट्रिसिटी कंट्रोल करने के काम आती है। ये चिप एक दिमाग की तरह इन गैजेट्स को ऑपरेट करने में मदद करती है। इसके बिना हर एक इलेक्ट्रॉनिक आइटम अधूरा है। कंप्यूटर, लैपटॉप, कार, वॉशिंग मशीन, ATM, अस्पतालों की मशीन से लेकर हाथ में मौजूद स्मार्टफोन तक सेमीकंडक्टर चिप पर ही काम करते हैं।
ये चिप इलेक्ट्रॉनिक आइटम को ऑटोमैटिकली ऑपरेट करने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, स्मार्ट वॉशिंग मशीन में कपड़े पूरी तरह धुलने के बाद ऑटोमैटिक मशीन बंद हो जाती है। इसी तरह कार में जब आप सीट बेल्ट लगाना भूल जाते हैं, तो कार आपको अलर्ट देती है। ये सेमीकंडक्टर की मदद से ही होता है।