कंज्यूमर ड्यूरेबल्स कंपनियों ने लागत बढ़ने के कारण प्रोडेक्ट के दाम बढ़ाने का निर्णय लिया है। ऐसे में अगले महीने टीवी, एसी, लैपटॉप और फ्रिज के दाम बढ़ जाएंगे। कमोडिटी की लगातार बढ़ती कीमतें और आवश्यक कंपोनेंट की कमी का कंपनियों को सामना करना पड़ रहा है। जिससे सीधा असर अब ग्राहकों को भी होगा। कोरोना महामारी के कारण लैपटॉप की कीमतों में जबरदस्त वृद्धि हुई है। कोविड की दूसरी लहर के कारण राज्यों में लॉकडाउन था। अब अनलॉक प्रक्रिया शुरू होने पर रिटेलर्स की दुकानें खुलने लगी है। ऐसे में कस्टमरों को डिस्काउंट भी कम मिलेगा।
बता दें इस साल के शुरुआत से ही टीवी, फ्रिज और लैपटॉप जैसे आइटम्स की कीमत बढ़ रही हैं। अगले महीने कंपनियां 10 से 12 प्रतिशत तक कीमतें बढ़ाने का विचार कर रही है। दाम बढ़ने के पीछे माइक्रोप्रोसेर और पैनल की कमी, कच्चे माल और मेटल की कीमतों में बढ़ोतरी जैसे कई कारण है। विजय सेल्स के एमडी नीलेश गुप्ता ने कहा कि प्राइस में आगे भी वृद्धि होगी, क्योंकि पैनल की कमी है। टेलीविजन महंगे होंगे। उन्होंने कहा कि दो साल से लोग घर से काम कर रहे हैं। वहीं स्कूल बंद होने के कारण बच्चे ऑनलाइन क्लासेज से पढ़ रहे हैं। इस कारण लैपटॉप की भारी डिमांड है। वहीं कीमत भी 5 से 7 प्रतिशत तक बढ़ गयी है।
गुप्ता ने कहा कि दो महीने के लॉकडाउन के बाद रिटेलर्स की दुकानें खुलने लगी है। हालांकि ज्यादा व्यापार अभी नहीं हो रहा है। कंपनियों के पास स्टॉक पर्याप्त है। दो से तीन महीने खरीदारी कम रहेगी। उन्होंने कहा, 'अनलॉक के बाद रिटेल्स डिस्काउंट नहीं देंगे।' ऐसे में ग्राहकों को प्रोडेक्ट के ज्यादा पैसे देने होंगे। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सीईओ कुमार राजगोपाल ने कहा कि लंबे तालाबंदी के बाद रिटेलर्स अभी शॉप खोल रहे हैं। कीमतों में वृद्धि आगे और हो सकती थी। सरकार ने इस वर्ष एनर्जी एफिशिएंसी के नियमों में रियायत दी है।