नई दिल्ली। लॉडाउन में पारले-जी बिस्कुट ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। लॉकडाउन के बीच पारले-जी बिस्कुट की इतनी अधिक बिक्री हुई है कि पिछले 82 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। महज 5 रुपए में मिलने वाला पारले-जी बिस्कुट का पैकेट सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने वाले प्रवासियों के लिए भी खूब मददगार साबित हुआ। किसी ने खुद खरीद के खाया, तो किसी को दूसरों ने मदद के तौर पर बिस्कुट बांटे। बहुत से लोगों ने तो अपने घरों में पारले-जी बिस्कुट का स्टॉक जमा कर के रख लिया।
कंपनी के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान उसके बिस्किट की सेल बीते 8 दशकों के टॉप पर जा पहुंची। हालांकि कंपनी ने सेल का स्पष्ट आंकड़ा तो जारी नहीं किया है, पर यह ऐलान जरूर किया है कि मार्च, अप्रैल और मई के महीने में कंपनी के उत्पादों की सेल 8 दशकों में सबसे ज्यादा रही है।
पारले जी कंपनी के लिए यह इजाफा इसलिए भी खास और बेहद अहम है, क्योंकि लंबे समय से कमजोर होती मांग से जूझ रही कंपनी ने बीते साल बड़े पैमाने पर छंटनी तक का ऐलान किया था। कंपनी का कहना था कि उसकी सेल में पिछले कुछ सालों में अप्रत्याशित गिरावट आई है। ऐसे में कंपनी को कुछ कड़े फैसले लेने पड़ रहे हैं। छंटनी के साथ ही कंपनी ने अपनी कई फैक्ट्रियों को लेकर भी कड़ा फैसला लेने की योजना बनाई थी। लेकिन कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन में कंपनी की सेल में इजाफा होना उसके लिए वरदान है।
दरअसल साल 1938 में स्थापित इस कंपनी की सेल में कोरोना संकट के दौरान इतने बड़े पैमाने पर इजाफा होने की वजह यह है कि लॉकडाउन के दौरान आर्थिक संकट से जूझ रहे आम लोगों ने बड़े पैमाने पर इसकी खरीद की है। सस्ता और सुलभ होने के कारण आम और गरीब लोगों ने अपनी भूख मिटाने के लिए इस बिस्किट को सबसे ज्यादा खाया है।